एक दिवसीय सालाना जलसे का हुआ आयोजन



कुरान पूरा कर चुके बच्चों की, की गई दस्तारबंदी







फरीद अंसारी
मुजफ्फरनगर में जानसठ क्षेत्र के गांव सादपुर के मदरसा फैजुल उलूम मैं सालाना जलसे का आगाज किया गया। जिसमें बाहर से आए उलेमा ए दींन ने पहुच कर लोगों को खिताब किया और मुल्क व लोगो की भलाई के लिए दुआ कराई।
शुक्रवार को गांव सादपुर के मदरसा फैजुल उलूम में सालाना जलसे का आगाज हुआ। जोकि जुमे की नमाज के बाद शुरू होकर असर की नमाज से पहले दुआ करा कर समापन हुआ। तो वही मदरसे में पढ़ने वाले तीन छात्रा मेहसर पुत्री सिराजु निवासी अखलकपुर,अलिसबा पुत्री इरफान,महकशा पुत्री शौकीन निवासी सादपुर व एक छात्र रीहान पुत्र मंसूर निवासी सादपुर को कुरान हाफिज होने पर उनकी दस्तारबंदी भी की गई।

जिसमें काफी संख्या में गांव व क्षेत्र के लोग मौजूद रहे। बाहर से आए उलेमा ए दीन ने लोगों से खिताब करते हुए कहा, कि दीं की डोरी को मजबूती से पकड़े रखो। और बताया, कि अल्लाह पर यकीन रखो और हमेशा दूसरों की भलाई करते रहो। 

लोगों को खिताब करते हुए मौलाना ने कहा,कि पड़ोसी पड़ोसी का ख्याल रखें अगर आपके पड़ोस में किसी भी मजहब को मानने वाले हो और वह अगर भूखा है तो आपका ऐसे में खाना हराम है पहले आप अपने पड़ोसी को देखें। तो व ही उन्होंने हजरत इब्राहिम अलैहिस्सलाम का भी किस्सा सुनाया, कि किस तरह से अल्लाह ने उनके लिए आग को फूल बना दिया। उन्होंने दीनी तालीम के साथ-साथ दुनियावी तालीम पर भी जोर दिया ।और कहा, कि तालीम हासिल करना बहुत जरूरी है। बिना तालीम के कुछ नहीं हो सकता। इसलिए दीन के साथ-साथ दुनियावी तालीम भी अपने बच्चों को जरूर दिलाएं। तत्पश्चात मौलाना ने मुल्क की सलामती और अमन-चैन के लिए दुआ कराई ।तो वही मदरसा के मोहतमिम कारी सलमान गाज़ी ने सभी लोगों का शुक्रिया अदा किया। इस दौरान मुख्य रूप से कारी मुनव्वर,कारी सलमान गाजी, शौकत अली, शकील अहमद,अकील अहमद, महबूब अली, हाजी मुन्ना, सलीम, अफजाल उर्स चुन्नी,खलील अहमद,अरबाज,बाबर,सेराब खान, दीन मोहम्मद, सहित काफी संख्या में लोग मौजूद रहे।
फोटो केप्शन

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