साप्ताहिक कार्यक्रम अदब नुमा का ऑनलाइन आयोजन किया गया




मेरठ के उर्दू विभाग चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, एवं इंटरनेशनल यंग उर्दू स्कॉलर्स एसोसिएशन (IYUSA) के संयुक्त तत्त्वावधान में साप्ताहिक कार्यक्रम अदब नुमा का ऑनलाइन आयोजन किया गया। आज का विषय 'दोहे की अदबी अहमियत' रहा। कार कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री आरिफ नकवी, जर्मनी ने की। कार्य कर शुभारंभ डॉ आसिफ अली द्वारा कुराने तिलावत से हुआ कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रसिद्ध दोहानिगार इरफान आजमी, देहली एवं प्रगीत कुँअर, ऑस्ट्रेलिया रहे। जिन्होंने दोहे की अहमियत, परंपरा और इतिहास का खुलासा किया। इरफान आजमी गत एक वर्ष से हिन्दी साहित्य की अद्भुत विधा दोहे को पुनर्जीवित करने के लिए एक मुहिम चला रहे हैं। उन्होंने अपने दोहे सुनाते हुए कहा,

"राधा को आभास है मीरा को विश्वास।

दोनों चाहे प्रेम में मोहन का विश्वास।।"

तो प्रगीत कुँअर विदेश में रहते हुए भी हिंदी की अलख जगाए हुए हैं साथ ही अपने पिता डॉ.कुँअर बेचैन की विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा

 "नहीं चाहिए रेल बस नहीं चाहिए यान

 दिल से दिल तक का सफर है कितना आसान।।"

 इस अवसर पर देश विदेश से जूम एप पर ऑनलाइन जुड़े अनेक विद्वानों छात्र छात्राओं ने शिरकत की। कार्यक्रम का संचालन डॉ अलका वशिष्ठ ने किया डॉ.शादाब अलीम ने मेहमानों का स्वागत किया।

इस अवसर पर डॉ.आसिफ अली, डॉ. इरशाद अली, मोहम्मद शमशाद, सईद सहारनपुरी, फैजान जफर, सैयदा मरियम इलाही, शबिस्ता, फरहा नाज आदि का कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग रहा। 



Popular posts from this blog

मदरसों को बंद करने की रची जा रही साजिश.. जमियत ने नोटिसो को बताया साजिश

भोकरहेड़ी में भारी सुरक्षा के बीच निकाली गयी बालाजी शोभायात्रा, कस्बे में हुआ भव्य स्वागत

गंधक व पोटाश मिलाते समय किशोर की मौत