आचार्य श्री धर्मेन्द्र उपाध्याय जी ने की ज्ञान की वर्षा
Tulsi मानस मंदिर, सत्संग भवन शामली रोड मुजफ्फरनगर में श्री भागवत कथा के प्रथम दिन आचार्य श्री धर्मेन्द्र उपाध्याय जी महाराज ने कहा कि सभी जीव काल रूपी सर्प के मुख में है, मृत्यु से पहले ही हम सभी प्राणियों को सत्कर्म करके सुरक्षित होकर बच जाना चाहिए यानी जन्म-मरण के चक्कर से मुक्त हो जाना चाहिए। मृत्यु से बचने के लिए ही श्री शुकदेवजी ने श्रीभागवत कथा का गायन किया था।
कथा में किसान चिंतक एवं वरिष्ठ समाजसेवी कमल मित्तल ,सभासद मोहित मलिक, सुशील शर्मा, दिनेश बंसल, आशीष शर्मा आदि उपस्थित रहे।