मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए सीएमओ ने दिये आशा व एएनएम को टिप्स



 
इन्फेंट यंग चाइल्ड फीड के सहयोग से प्रशिक्षण शिविर का आयोजन
28 आशा,एएनएम व एलएचवी को दिया जा रहा प्रशिक्षण
शिशु मृत्यु दर को रोकने में इन्फेंट यंग चाइल्ड फीड  का महत्वपूर्ण योगदान : डॉ. आभा
मुजफ्फरनगर..
मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने तथा संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जिला अस्पताल के रेड क्रॉस भवन में इन्फेंट यंग चाइल्ड फीड ( आईवाई सीएफ) के सहयोग से प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया है। रेड क्रॉस भवन में चल रहे प्रशिक्षण शिविर के चौथे दिन शुक्रवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. महावीर सिंह फौजदार ने एएनएम, लेडी हेल्थ विजिटर (एलएचवी) व आशा कार्यकर्ताओं को नवजात की देखभाल के लिए आवश्यक टिप्स दिए।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने जनपद स्तरीय प्रशिक्षण शिविर में प्रतिभाग करने वाली स्टाफ नर्सों एवं एएनएम को निर्देशित करते हुए कहा- ‘वह पूर्ण सक्रियता एवं  के साथ प्रशिक्षण प्राप्त कर शिविर को सफल बनाएं।’
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजीव निगम ने बताया-जन्म के 45 दिन तक आशा कार्यकर्ता को कम से कम छह बार घर जाकर नवजात शिशु और उसकी मां की देखरेख करनी चाहिए। उन्होंने आशा कार्यकर्ताओं को तकनीकी रूप से नवजात की देखरेख कैसे करें, इस बारे में प्रशिक्षण दिया और डेमो भी करके दिखाया। आशा कार्यकर्ताओं को उनकी जिम्मेदारी के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा- प्रशिक्षण के बाद संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देना सुनिश्चित करें ताकि जिले को संस्थागत प्रसव में अच्छी रैंकिंग हासिल हो सके।
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) डॉ. आभा आत्रेय ने कहा-शिशु मृत्यु दर को कम करने के लिए इन्फेंट यंग चाइल्ड फीड का महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने कहा- छह माह तक महिला द्वारा अपने बच्चे को स्तनपान कराना चाहिए। रोगों से बचाव के लिए समय पर नवजात शिशु का टीकाकरण कराना जरूरी है। नवजात शिशु को छूने से पहले अपने हाथ धोने जरूरी है। नवजात शिशु और धात्री महिला के वजन पर नजर रखें। अतिकुपोषित गर्भवती की पहचान उसकी हालत देखकर भी आसानी से की जा सकती है। आंख, हाथ पैर के नाखून में पीलापन, त्वचा व जीभ के रंग से भी कमजोरी का पता लगाया जा सकता है।
जिला मातृत्व स्वास्थ्य परामर्शदाता जुनैद ने बताया- मातृ मत्यु दर में कमी लाने एवं नवजात शिशु की देखभाल हेतु राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत इन्फेंट यंग चाइल्ड फीड के सहयोग से प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया है, जिसमें आशा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस प्रशिक्षण में जनपद के नौ ब्लॉक से 28 आशा, एएनएम व लेडी हेल्थ विजिटर  को शामिल किया गया है।

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