इस्लामिया इंटर कालिज के वजूद पर खतरा मंडराया


True स्टोरी 

मुज़फ्फरनगर शहर के हृदय स्थल आर्य समाज रोड पर स्थित इस्लामिया इण्टर काॅलेज का वजूद डिग्री काॅलेज तक पहुंचने से पहले ही खत्म होने की सम्भावना बढ़ गई है। अजमत अली खां वक्फ बोर्ड की और से अंजुमन इस्लामियां को 99 साल के पट्टे पर मिली लीज अक्टूबर माह में खत्म होने जा रही है। अंजुमन इस्लामिया एजुकेशन सोसायटी को यह जमीन पांच अक्टूबर 1923 को मुस्लिम स्कूल और बोर्डिंग चलाने के लिए वक्फ की ओर दी गई थी। इस समय इस्लामिया इण्टर काॅलेज और डिग्री काॅलेज के साथ ही 67 से अधिक दुकानें संचालित है। 10 बीघा भूमि और इस पर बनी मार्किट की मौजूद कीमत 5 अरब से अधिक बताई जा रही है। 



सम्पत्ति अरबों की किराया 80 रुपये मात्र:-


लीज पर ली गई 10 बीघा से अधिक जमीन पर 67 दुकाने भी है। जिसका सालाना किराया 80 रूपये तय किया गया था। तभी से यह किराया आज तक चला आ रहा है। 


वक्फ बोर्ड की बढ़ेगी आयः अमीर आलम खान


 नवाब अजमत अली खां वक्पफ के सेक्रेटरी पूर्व सांसद अमीर आलम खान का कहना है कि उनको अंजुमन इस्लामिया की ओर से

लीज डीड बढाने का अनुरोध् पत्र मिला है। जिस पर अभी वक्फ बोर्ड की ओर से कोई निर्णय नही लिया गया है। उन्होने बताया कि आय बढाने के लिए यह कदम उठाने पर विचार किया गया है। दी गई भूमि पर स्थापित मार्किट के उपर एक मंजिला और मार्किट निर्माण कराने पर विचार चल रहाहै जिससे आमदनी के रास्ते खुलेगे वक्फ बोर्ड की आय बढेगी।


 लीज बढ़ाने को लिखा गया ख़त



5 अक्टूबर 2022 को अंजुमन इस्लामिया को लीज पर दी गई जमीन की 99 साल की मियाद पूरी हो रही है। अंजुमन इस्लामिया के

सचिव सईद अनवर सिद्दीकी ने नवाब अजमत अली खां वक्फ के सेक्रेटरी अमीर आलम खां के नाम पत्र लिखकर लीज की मियाद बढाने का अनुरोध किया है। उन्होने शर्त का हवाला देते हुए कहा कि मुस्लिम स्कूल बदस्तूर कायम है। उन्होने लीज 30 वर्ष और बढ़ाने की मांगकी है। 


बेशकीमती भूमि के किराये को लेकर उठ

सकता है विवाद


कीमती सम्पत्ति पर कुछ असामाजिकऔर अपराधिक छवि के लोगों की भी निगाह है। जिसके चलते यह मामला और ज्यादा संगीन बन गया है। काॅलेज की सम्पत्ति कई ऐसे लोगों के हाथों में है जो अच्छा रसूख रखते है। पांच अरब रूपये से अधिक की सम्पत्ति की लीज समाप्त होने जा रही है। ऐसे में इसकी दुकानेां को लेकर भी विवाद उठ सकता है। 


भूमि खाली कराना वक्फ के लिए चुनौती


शहर की एक मात्र मुस्लिम शैक्षिक संस्था की लीज पुरी होने के बाद वक्फ बोर्ड के सामने इस काॅलेज की भूमि को खाली कराना किसी चुनौती से कम नही है। इसकी वजह यह है कि वक्फ के दो ही बड़े शैक्षिक संस्थान है जिनमें एक नवाब अजमत अली खांन गर्ल्स काॅलेज व दूसरा इस्लामिया काॅलेज है। जिसके चलते इस मामले में विवाद खडा हो सकता है।

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