सुभारती दिव्यांगजन विभाग में हुआ व्याख्यान का आयोजन

 


मेरठ। स्वामी विवेकानन्द सुभारती विश्वविद्यालय के सुभारती दिव्यांगजन विभाग द्वारा दिव्यांग विद्यार्थियों और कर्मचारियों के लिए दिव्यांगजनों की जीवन शैली पर कोविड महामारी के प्रभाव के विषय पर अतिथि व्याख्यान का आयोजन किया गया। जिसमें विभाग के समन्वयक डा. संदीप कुमार एवं डीन शिक्षा संकाय ने अतिथि वक्ता डा. नीरज कर्ण सिंह, डीन फैकेल्टी आॅफ आर्टस एंड सोशल साइंस का स्वागत करते हुए उद्घाटन भाषण दिया। 

डा. संदीप कुमार ने सुभारती दिव्यांग विद्यार्थियों एवं कर्मचारियों को कोविड महामारी के प्रभाव के बारे में बताते हुए इससे बचाव के हेतु अवगत कराया। मुख्य वक्ता डा. नीरज कर्ण सिंह ने बताया कि कोरोना वायरस वायरसों का एक बड़ा परिवार है जो सामान्य सर्दी जुखाम से लेकर अधिक गंभीर बीमारियों जैसे मध्य पूर्व श्वसन और गंभीर तीव्र श्वसन का कारण बनता है। यह एक नया वायरस है जो इससे पहले कभी मनुष्यों मेंं नहीं पाया गया। इसी के साथ उन्होंने यह भी बतया कि कोविड महामारी का दिव्यांगो के जीवन पर क्या-क्या प्रभाव पड़ा और दिव्यांगो के लिए यह एक बहुत ही गम्भीर समस्या बन चुका था। क्योंकि कोई भी दिव्यांग व्यक्ति बार-बार हाथ नहीं धो सकता था। डा. नीरज कर्ण सिंह ने बताया कि कोई भी व्यक्ति जब तक मन से स्वस्थ नही होगा तब तक वह तन से स्वस्थ नहीे हो सकता और यह भी बताया कि सरकार द्वारा कई ऐसे समूह बनाये गए जो कोविड महामारी के दौरान दिव्यांगों की सहायता कर सके लेकिन उनका जमीनी सतह पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। डा. शालू जैन सह-आचार्या ने भी सुभारती डेन्टल कॉलिज में दिव्यांगो के लिए हफ्ते में दो दिन फ्री ओपीडी की सुविधा के बारे में बताया। इसी के साथ दिव्यांग सलाहकार सेवा केन्द्र के समन्वयक डा. माजिद सादिक ने फैब्रिक मास्क व मेडिकल मास्क का प्रयोग कैसे करें यह बताते हुए व्याख्यान पर प्रकाश डाला और धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया। अंत में प्रो. संदीप कुमार ने मुख्य वक्ता डा. नीरज कर्ण सिंह का धन्यवाद करते हुए उन्हें एक मोमेन्टों और एक सराहना पत्र पेश किया।

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