महिलाओं को निरोग रहने के लिए योग का महत्व बताया



33 प्रतिभागियों ने लिया हिस्सा

मेरठ। जेल चुंगी स्थित केनरा बैंक आरसेटी में शहरी व ग्रामीण आंचल से विभिन्न ट्रेडो में प्रशिक्षण प्राप्त करने आ रहे प्रशिक्षणार्थी को संस्थान द्वारा न केवल रोजगारपरक प्रशिक्षण दिया जा रहा है बल्कि, इस महामारी के कठिन समय में स्वस्थ व निरोगी बने रहने हेतु प्रतिदिन योगाभ्यास कराकर भारत को निरोगी व स्वस्थ बनाने हेतु महत्वपूर्ण व महावपूर्ण भूमिका निभा रहा है।  


स्वस्थ भारत की मुहिम के तहत रविवार को सीबी आरसेटी में संस्थान जेलचुंगी में योगा शिविर का आयोजन किया गया। वहाँ ब्यूटी पार्लर प्रशिक्षण में भाग ले रही महिलाओ/बालिकाओं को योग कराया तथा निरोग रहने के लिए योग करने को प्रेरित किया गया। योग में 33 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। जिसमे संस्थान की ओर से माधुरी शर्मा योग से होने वाले फायदों के बारे में जानकारी दी - आसनों के अभ्यास से चेहरे और सिर के भाग में रक्त परिसंचरण बढ़ता है। ये आपको प्राकृतिक रूप से सुन्दर त्वचा देता है।

1. भुजंगासन :- पीठ और कंधे से कड़ापन कम करता है। आपको विश्राम देकर आपकी मनोदशा को अच्छा करता है। आपकी त्वचा को चिकना और लचीला करता है।

2. मत्स्यासन :- सांस की गहराई बढ़ाता है, हार्मोन के असंतुलन ठीक करता है और मांसपेशियों को आराम देता है। त्वचा अधिक लचीली और दृढ हो जाती है।

3. हलासन :- चेहरे और सिर में रक्त प्रवाह को बढ़ाता है। परिणामस्वरूप त्वचा में निखार आ जाता है।

4. सर्वांगासन :- सर्वांगासन सिर में रक्त के प्रवाह को बढाकर त्वचा की चमक में वृद्धि करता है। साथ ही ये दानों और मुहांसों से मुक्ति दिलाने में मदद करता है

5. त्रिकोणासन  :- आपके चेहरे और सिर में रक्त प्रवाह में वृद्धि करता है। ऑक्सीजन की अधिक मात्रा में आपूर्ति त्वचा की चमक में वृद्धि के रूप में दिखती है।

6. शिशुआसन :- शिशुआसन से भी सिर के हिस्से में रक्त परिसंचरण बढ़ता है और तनाव और थकावट को दूर करता है।

सभी आसन जिसमें सिर नीचे होता है तंत्रिका तंत्र को उत्तेजित करते है सिर में अधिक ऑक्सीजन और रक्त प्रवाह होता है जिससे हमारा उपापचय और ऊर्जा का स्तर बढ़ता है।

सुन्दर त्वचा आपके भीतर के अनुभव को प्रक्षेपित करती है। जब आपका पाचन तंत्र अच्छे से काम करता है, भोजन अच्छे से अवशोषित होता है, अपशिष्ट पदार्थ का उत्सर्जन ठीक से होता है। इस प्रक्रिया में उत्पन ऊर्जा सभी आतंरिक अंगो को अच्छी स्थिति में रखती है। आपकी त्वचा को भी सीधे लाभ मिलता है और येअच्छे से पुष्ट दिखती है और दमकती है।

1. पवनमुक्तासन :- अपच को ठीक करने में मदद करता है।

2. वज्रासन:- शरीर के विषहरण में मदद करता है फलतः पाचन सुचारु होता है।

3.    धनुरासन ;- धनुरासन तनाव मुक्ति का रामबाण है, पूर्ण विश्राम देता है। ये विश्राम दानों को रोकता है।

4.   नाड़ी शोधन प्राणायाम :- नाड़ी शोधन सहनशीलता बढ़ाता है और स्वस्थ और दमकती त्वचा के विकास के लिए सहायक है।

5. कपाल भाती प्राणाया |;-  पेट साफ करने में मदद करता है और शरीर के विषहरण में बहुत उपयोगी है। ये त्वचा को तरोताजा और चमकता हुआ बनाता है।

6. सूर्य नमस्कार ;- सूर्य नमस्कार के कुछ राउंड करने से शरीर से विषहरण होता है साथ ही त्वचा में प्राकृतिक निखार आ जाता है।

दमकती त्वचा के लिए कुछ और सुझाव

1. ढेर सारा पानी पीये

2. प्रतिदिन व्यायाम करें

3. स्वास्थ्यप्रद भोजन करें

4. अच्छे से आराम करें 

5. प्राकृतिक चीजों का प्रयोग करें

6. अधिक मुस्कराये

7. ध्यान करें

नियमित योग अभ्यास आपके दानों की चिंता को दूरकर आपको दमका देता है। साथ ही कहा कि योग के जरिये निरोग रहा जा सकता है संस्थान निदेशक शिव सिंह भारती ने संस्थान की गतिविधियों के संबंध में सभी को अवगत कराया तथा इस माह में प्रारंभ होने वाले मोबाइल रिपेयरिंग, वूमेन ट्रेलरिंग व फैशन डिजाइनिंग प्रशिक्षण कार्यक्रम के आयोजन के संबंध में जानकारी दी।

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