सास,बहु-बेटा सम्मेलन में दम्पति को किया परिवार नियोजन के प्रति जागरूक


 परिवार नियोजन व जनसंख्या स्थिरीकरण में पुरुषों की भागीदारी बेहद अहम है। इसी संदेश को जन-जन तक पहुंचाने व परिवार नियोजन को गति देने के लिये जनपद में सास,बहू-बेटा सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। इसका उद्देश्य सास बहू के मध्य परिवार नियोजन को लेकर समन्वय एवं संवाद बनाना है। सम्मेलन में उनके पारस्परिक अनुभवों के आधार पर इसे रुचिकर बनाने के लिए खेलों व अन्य गतिविधियों का सहारा लिया जा रहा है। इसी उद्देश्य के साथ माछरा ब्लॉक के ग्राम अमरपुर के स्वास्थ्य उपकेंद्र पर सास, बहू-बेटा सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजर (बीपीएम), ब्लॉक कम्युनिटी प्रोसेस मैनेजर (बीसीपीएम), आशा संगिनी व आशा कार्यकर्ता समेत गांव के 10 सास, बहू-बेटों ने भाग लिया।

 सम्मेलन में  बीपीएम राजन, बीसीपीएम सुनीता,  आशा संगिनी सुमन आर्य,  आंगनबाड़ी, बबीता, कौशल, आशा कार्यकर्ता- गीता, ललिता, नीतू आदि ने दम्पति को परिवार नियोजन का महत्व व परिवार नियोजन के साधनों की जानकारी दी। कार्यक्रम का शुभांरभ विधिविधान से किया गया। शुरुआत  रागनी के साथ हुई, जिसमें कार्यक्रम में आये दंपति,सास व बहू को रागनी के माध्मय से परिवार नियोजन,  अन्य बीमारियों के प्रति जागरूक करने का प्रयास किया गया। रागनी के माध्यम से बताया गया परिवार नियोजन क्यों जरूरी है। संचारी रोग व कोरोना के प्रति सजगता  क्यों जरूरी है। बीसीपीएम सुनीता ने दम्पति को प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना व सुमंगला योजना के बारे में विस्तृत जानकारी दी। इसके अतिरिक्त संचारी रोगों से बचाव के लिए साफ सफाई व मच्छरदानी के प्रयोग के लिये जागरूक किया गया। आशा संगिनी ने कार्यक्रम में आयीं गर्भवती महिलाओं को स्वास्थ्य संबंधी जानकारी दी। इस दौरान अमरपुर की आशा कार्यकर्ताओं ने मनोरंजन के लिए कुछ नृत्य प्रस्तुत करते हुए परिवार नियोजन का संदेश दिया। सम्मेलन के दौरान कई दम्पति ने परिवार नियोजन पर अपनी सहमति दी। बीसीपीएम सुनीता ने कहा कि सास को अपनी बहू को बेटी की तरह मनना चाहिए जबकि बहू को भी सास को मॉ की तरह ही मनना चाहिए । तभी दोनों के बीच अच्छा तालमेल रहेगा और परिवार खुशहाल रहेगा।

 परिवार नियोजन कार्यक्रम की नोडल अधिकारी डा. पूजा शर्मा ने बताया परिवार में करीब सभी निर्णयों में पुरुषों की सहमति सर्वोपरि है। इसलिये सास-बहू सम्मेलन के दौरान पुरुषों की सहभागिता को सुनिश्चित किया जाना आवश्यक है। इसी लिए सास-बहू सम्मेलन में बेटों को भी जोड़ा गया है, जिससे तीनों के बीच बेहतर तालमेल बैठ सके। उन्होंने बताया सास,बहू-बेटा सम्मेलन का आयोजन स्वास्थ्य उप केन्द्र स्तर पर किया जा रहा है। प्रत्येक उप केन्द्र पर सास, बहू-बेटा सम्मेलन का आयोजन किया जाना है। यह सम्मेलन 20 अक्टूबर तक आयोजित किये जाएंगे।

Popular posts from this blog

मदरसों को बंद करने की रची जा रही साजिश.. जमियत ने नोटिसो को बताया साजिश

गंधक व पोटाश मिलाते समय किशोर की मौत

श्री द्रोणाचार्य पी जी कॉलेज दनकौर के इतिहास विभाग द्वारा किया गया नवाचार