अवैध पटाखा बनाने वाले तस्करो पर शिकंजा, बारूद एवं रेपर बरामद

 पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों की छापामारी से हडकंप 




- चोरी छिपे तस्कर घनी आबादी के बीच बना रहे पटाखे 

 मवाना: अनिल शर्मा। शामली में हुए पटाखा विस्फोट हादसे में हुई मोत के बाद शासन ने अवैध रूप से आतिशबाजी बनाने के लिए जिले के पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों को भी अलर्ट जारी कर सख्ती से कार्रवाई करने के निर्देश दिये है। इसी क्रम में डीएम के. बालाजी एवं कप्तान प्रभाकर चौधरी के निर्देश पर शनिवार को अवैध पटाखा फैक्ट्री चलाने वाले तस्करो पर शिकंजा कसने के लिए एसडीएम कमलेश कुमार गोयल के नेतृत्व में सीओ उदय प्रताप सिंह एवं  इंस्पेक्टर विष्णु शर्मा ने भारी पुलिस बल को लेकर नगर क्षेत्र के गांव सठला में छापामारी की। पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों की सख्ती को देखते हुए पटाखे बनाने वाले तस्करो में हड़कंप मच गया और पुलिस ने कई लाइसेंस धारकों समेत अन्य तस्करो के घरों की तलाशी ली लेकिन पटाखा संबंधित कुछ नहीं मिल सका। हालांकि वहीं खाली पडे एक मकान से एक प्लास्टिक के बोरे में पटाखे बनाने में प्रयोग होने वाली सामग्री एवं खाली रेपर ही पुलिस 

ने बरामद कर अपने कब्जे में लेकर थाने आ गयी।  दीपावली के मद्देनजर अवैध रूप से आतिशबाजी बनाने वाले तस्करो के खिलाफ अभियान की शुरुआत एसडीएम कमलेश गोयल के नेतृत्व में सीओ उदय प्रताप सिंह एवं इंस्पेक्टर विष्णु शर्मा ने पुलिस टीम को लेकर शनिवार को सठला में आतिशबाजी बनाने वाले लोगों के खिलाफ अभियान चलाया गया। इस दौरान भारी पुलिस बल को देखते हुए पटाखा तस्करो में हडकंप मच गया ओर आतिशबाजी बनाने वाले लाइसेंस धारकों के घरों की तलाशी ली। तलाशी चेकिंग में आग बुझाने वाले यंत्रों की जांच की लेकिन छापामारी में किसी भी प्रकार के पटाखे नहीं मिल सके। हालांकि एक खाली पडे मकान से छापामारी दौरान पुलिस को आतिशबाजी में प्रयोग होने वाला कच्चा सामान बरामद किया गया है। एसडीएम कमलेश कुमार गोयल ने कहा कि किसी भी कीमत पर आतिशबाजी संबंधित कोई भी पटाखो की बिक्री नहीं होने दी जाएगी। दीपावली तक अभियान जारी रहेगा। इंस्पेक्टर विष्णु शर्मा ने बताया कि बरामद पटाखा सामग्री की सही जांच कराने के बाद विस्फोटक अधिनियम में कार्रवाई की जाएगी।

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