वंचित विद्यार्थियों को डिजिटल डिवाइस प्रदान करेंगा अमेज़न इंडिया

 


-अमेज़न ग्रेट इंडिया फेस्टिवल-2021 के साथ डिलीवरिंग स्माइल्स अभियान किया लॉन्च 

गाजियाबाद। अमेज़न इंडिया ने देश में डिजिटल अंतर को दूर करने और वंचित समुदायों के विद्यार्थियों को डिजिटल डिवाइसेस की उपलब्धता बढ़ाने के अपने उद्देश्य की घोषणा की, ताकि उनका भविष्य उज्जवल हो सके। इस उद्देश्य के साथ त्योहारों की खुशी बढ़ाने के लिए कंपनी ने अमेज़न ग्रेट इंडिया फेस्टिवल 2021 के साथ-साथ डिलीवरिंग स्माइल्स अभियान के लॉन्च की घोषणा की। यह कार्यक्रम ग्राहकों को दान देने और डिजिटल अंतर को दूर करने के कंपनी के उद्देश्य में हिस्सा लेने में समर्थ बनाएगा।

अमेज़न इंडिया के वाइस प्रेसिडेंट मनीष तिवारी ने कहा कि कोविड-19 महामारी ने न केवल शिक्षा में बल्कि, आवश्यक सेवाओं की उपलब्धता में मौजूद गंभीर डिजिटल अंतर पर ध्यान केंद्रित किया है, इससे सबसे ज्यादा प्रभावित वंचित समुदाय के युवा हुए हैं। हमारे ग्राहकों-कर्मचारियों और पार्टनर्स की मदद से हम युवाओं को डिजिटल डिवाइस द्वारा सशक्त बनाना चाहते हैं ताकि, यह अंतर खत्म हो सके। उन्हें अपने परिवारों के लिए ऑनलाइन शिक्षा व आवश्यक सेवाएं मिल सकें। यह देश के कोने-कोने में अमेज़न इंडिया के ग्रेट इंडिया फेस्टिवल की खुशी पहुंचाने और लोगों के चेहरों पर मुस्कान लाने का हमारा प्रयास है। मनीष ने कहा कि अमेज़न हमारे देश के भविष्य में निवेश करने के लिए प्रतिबद्ध है। हमें ज्ञात है कि प्रतिभा व जोश सभी युवाओं में होते हैं लेकिन, अवसर सबको नहीं मिल पाते। इसने हाल ही में हमें भारत में अपना ग्लोबल सिग्नेचर कंप्यूटर साईंस एजुकेशन अभियान, अमेज़न फ्यूचर इंजीनियर, लॉन्च करने के लिए प्रेरित किया, जिसका उद्देश्य वंचित विद्यार्थियों के लिए गुणवत्तायुक्त कंप्यूटर साईंस की शिक्षा एवं करियर के अवसर संभव बनाना है।

18 माह में बढ़ा डिजिटल का अंतर

इस साझेदारी के बारे में सुमित तयाल सीओओ गिव इंडिया ने कहा पिछले 18 महीनों में डिजिटल अंतर बढ़ गया है। लाखों वंचित विद्यार्थी डिजिटल डिवाईसेस का खर्च नहीं उठा सकते, जो उनकी शिक्षा के लिए जरूरी हैं। अमेज़न इंडिया का डिलीवरिंग स्माइल्स अभियान सरल, प्रभावशाली और स्केलेबल तरीके से इस अंतर को दूर करने में मदद करेगा और उन लोगों को लाभान्वित करेगा, जिन्हें इसकी सबसे ज्यादा जरूरत है। 

दान करने के लिए सबका तरीका अलग

गूंज की फाउंडर डायरेक्टर अंशु गुप्ता ने कहा दान करने का हम सभी का तरीका अलग-अलग होता है। पिछले दो दशकों में गूंज सरल और आसान तरीकों का सृजन कर रहा है, जिनके द्वारा कोई भी व्यक्ति समाज को अपना योगदान दे सकता है और किसी अन्य व्यक्ति की जिंदगी में परिवर्तन ला सकता है। वो ऐसी चीजों को दान में दे सकता है, जो फेंके जाने पर हमारे पर्यावरण के लिए हानिकारक हो सकती हैं। 

ई-लर्निंग के क्षेत्र में ला रहे हैं परिवर्तन

मनदीप मनोचा को-फाउंडर एवं सीईओ कैशिफाई ने कहा संगठन के रूप में हमारा मिशन किसी भी डिवाईस को बेकार पड़े रहने से बचाना है। हमारे अभियान ‘डोनेट फॉर एजुकेशन’के साथ हम ई-लर्निंग के क्षेत्र में परिवर्तन ला रहे हैं।

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