चैयरपर्सन अंजू अग्रवाल पर गिर सकती है गाज
शासन ने किया था तलब, नही रखा अपना पक्ष: फ़ाइल पर सचिव ने लिखी तल्ख टिप्पणी
मुज़फ्फरनगर।वित्तीय अनियमितताओं में फंसी नगर पालिका परिषद की चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल की परेशानियां कम होने का नाम नहीं ले रही है। गत दिवस उन्हें अपने आरोपों की सफाई देने के लिए लखनऊ जाना था,लेकिन वे यहां निजी कार्यक्रमों में व्यस्त रही। जिसकी वजह से शासन के अपर मुख्य सचिव ने उन्हें गैर हाजिर मानते हुए उनकी फाइल पर एक पक्षीय कार्रवाई करते हुए फाइल को विभाग को दे दिया है। अब माना जा रहा है कि उन पर एकतरफा कार्रवाई हो सकती है। इधर भाजपा के बागी सभासद भी अपने तेवर तल्ख किए हुए हैं। बता दे कि चेयर पर्सन अंजू अग्रवाल कांग्रेस के सिंबल पर चुनाव जीती थी। चुनाव जीतने के बाद उनकी शिकायत हुई जब लगा कि शासन स्तर से बड़ी कार्रवाई हो सकती है, तो उन्होंने अचानक ही भाजपा का दामन थाम लिया था।लेकिन भाजपाई भी उन्हें पचा नहीं पा रहे हैं। इधर पूर्व में लंबित शिकायतों की फाइलें भी खुली हुई तो परेशान हाल चैयरपर्सन अंजू अग्रवाल को उन्हें अपना पक्ष रखने के लिए लखनऊ बुलाया गया। वित्तीय अनियमितताओं को लेकर तत्कालीन जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे ने उनके खिलाफ रिपोर्ट भेजी थी। रिपोर्ट के आधार पर नगर विकास विभाग के अनुभाग-2 की ओर से उन्हें दोषी माना गया।नगर विकास विभाग के विशेष सचिव संजय कुमार यादव ने चेयर पर्सन अंजू अग्रवाल को 22 अक्टूबर को चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल को लखनऊ जाना था, लेकिन वह लखनऊ नहीं पहुंची ना कोई पक्ष रखा। बल्कि एक बैंकट हाल में आयोजित निजी कार्यक्रम में मौजूद रहे।अब बागी सभासदों ने उस वेंकट हाल की वीडियो क्लिप भी हासिल कर ली है। लखनऊ में गैर मौजूदगी को लेकर विशेष सचिव संजय कुमार यादव ने उनकी विरुद्ध फ़ाइल टिप्पणी दर्ज कर ली। अब माना जा रहा है कि उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो सकती है।