पोषण आहार मिलने से आया बच्चों की स्थिति में सुधार

 


-6511 में से 3952 कुपोषित बच्चे ठीक होकर सामान्य श्रेणी में आये

मेरठ। एकीकृत बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग के प्रयास रंग ला रहे हैं। लगातार जागरूकता और विभाग द्वारा पोषण के लिए चलाये गये कार्यक्रमों के नतीजे उत्साह वर्धक हैं। पोषण माह के दौरान बच्चों की गयी जांच में कुपोषित व अतिकुपोषित बच्चों की संख्या में 77.6 प्रतिशत की कमी दर्ज की गयी है। 6511 में से 3952 कुपोषित बच्चे ठीक होकर सामान्य श्रेणी में आ गये हैं। इन नतीजों से विभाग के अधिकारियों के चेहरे खिल उठे हैं।

जिला कार्यक्रम अधिकारी विनीत कुमार सिंह ने बताया कि जिले में एक से 30 सितम्बर तक पोषण माह मनाया जा रहा है। अगस्त सन् 2021 में 1.86 लाख बच्चों का वजन किया गया, जिसमें से 4678 बच्चे कुपोषित निकले। 1028 बच्चे अतिकुपोषित श्रेणी में आये, जबकि 12 बच्चे तीव्र गंभीर अतिकुपोषित ; पाये गये हैं। जिले में 1.80 लाख बच्चे सामान्य श्रेणी में हैं। उन्होंने बताया जून सन 2021 में शहर, ग्रामीण, रजपुरा, रोहटा, जानी, खरखौदा, मवाना, हस्तिनापुर, परीक्षितगढ़, माछरा, दौराला, सरधना, सरूरपुर में 5280 कुपोषित बच्चे व 1231 अतिकुपोषित बच्चे मिले थे। इस माह पोषण माह के तहत इन बच्चों का वजन किया गया तो उनमें काफी सुधार देखने को मिला। उन्होंने बताया 5280 में से 2165 बच्चे कुपोषित श्रेणी से बाहर आ गये और अतिकुपोषित 1231बच्चों में से 394 बच्चे इस श्रेणी से बाहर आ गये हैं। उन्होंने बताया कुपोषित व अतिकुपोषित बच्चों की लगातार निगरानी की जा रही है। उनको पोषण आहार व दवा दी जा रही है। उन्होंने कहा कि मेरठ के लिये यह एक बड़ी उपलब्धि है कि कुपोषित व अतिकुपोषित बच्चों में सुधार होना आरंभ हो गया है।

गांवों में चलाया जा रहा जागरूकता अभियान

जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया पूरे जिले में पोषण माह का कार्यक्रम चल रहा है। कार्यक्रम के तहत बच्चों की स्क्रीनिंग की गयी और उनके माता पिता की पोषण के लिए काउसलिंग की गयी। आशा व आगंनबाड़ी कार्यकर्ता विभिन्न कार्यक्रमों के जरिये गांवों में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।

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