ठेकेदार ने नगर पंचायत में करोड़ों का घोटाला होने की शिकायत मुख्यमंत्री से की


अधिशासी अधिकारी व चेयरपर्सन पति पर लगाया घोटाले का आरोप।



(अहमद हुसैन)


भुगतान एवज में रिश्वत का मांगा गया 30 प्रतिशत एडवांस 
सरधना (मेरठ) दौराला नगर पंचायत के ठेकेदार ने अधिशासी अधिकारी व चेयरपर्सन पति पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई है। जिसमे अधिशासी अधिकारी पर 30 प्रतिशत रिश्वत मांगने का आरोप लगाने के सह ही अपने रिश्तेदारों को टेंडर दिए जाने व निर्माण कार्यों में जमकर धांधली किए जाने का आरोप भी लगाया है। पीड़ित ठेकेदार ने नगर पंचायत दौराला में हुए सभी निर्माण कार्यों जाँच कराए जाने की मांग की है। ठेकेदार ने नगर पंचायत दौराला में करोड़ों का घोटाला होने की बात कही है। 
दौराला नगर पंचायत इलाके में निर्माण कार्यों की ठेकेदारी करने वाले रवि चौधरी पुत्र श्यामवीर सिंह निवासी पल्लवपुरम ने मुख्य मंत्री पोर्टल पर शिकायत दर्ज करते हुए बताया कि   
नगर पंचायत दौराला में अधिशासी अधिकारी डॉक्टर शैलेंद्र कुमार सिंह मेरे द्वारा किए गए निर्माण कार्यों का बिल भुगतान करने के बदले एडवांस में 30 परसेंट रिश्वत मांगते हैं। जिससे परेशान होकर उसने अधिशासी अधिकारी की बातों की मोबाइल पर ऑडियो कॉल रिकॉर्डिंग करनी शुरू कर दी थी ताकि उसके पास इस बात का प्रमाण हो। अधिशासी अधिकारी पर खुलेआम रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है। बताया गया कि अधिशासी अधिकारी शैलेन्द्र कुमार रिश्वत के रूपये अपने रिश्तेदारों के अकाउंट में ट्रांसफर कर वाते हैं। पीड़ित ठेकेदार रवि चौधरी ने बताया कि ईओ अपने कुछ चाहीते ठेकेदारों के ही टेंडर डलवाते हैं यदि कोई अन्य ठेकेदार टेंडर डालने का प्रयास करता है तो उसे ब्लैक लिस्टेड करने की धमकी दी जाती है । अधिशासी अधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह व चेयर पर्सन पति नवीन शर्मा टेंडर डालने से पहले ही कार्यों की लिस्ट जारी कर देते हैं। जिसकी शिकायत पूर्व में मंडलायुक्त व जिलाधिकारी के यहां की जा चुकी है। लिस्ट के अलावा यदि अन्य ठेकेदार टेंडर डालते हैं तो उनका टेंडर पहले ही निरस्त कर दिया जाता है। अधिशासी अधिकारी डॉक्टर शैलेंद्र सिंह व चेयर पर्सन पति नवीन शर्मा अधिकतर उन्ही फर्मों को टेंडर देते हैं जिनसे उनकी सांठगांठ है। जिनमें विकास कुमार कॉन्टेक्टर मवाना सुभान एसोसिएट मवाना व यूनिवर्सल स्टैंडर्ड स्टोर मटोर यह तीनों ही फर्म आपस में एक दूसरे की सपोर्ट डालकर स्टीमेट रेट पर ही टेंडर लेते रहते हैं। जिससे किसी और को टेंडर नहीं मिलता है। इसलिए नगर पंचायत ना बिकने वाले समाचार पत्रों में ही सूचना प्रकाशित कर वाती है। नगर पंचायत दौराला में गत 18 जून 2019 को आउटसोर्सिंग के माध्यम से कर्मचारी आपूर्ति का टेंडर निकाला था जिसमें अधिशासी अधिकारी शैलेंद्र कुमार ने अपने एक रिश्तेदार को बिना कागज पूरे किए ही टेंडर दे दिया था। फर्म का नाम एस के इंटरप्राइजेज 204 दीप कांपलेक्स बेगम ब्रिज रोड मेरठ प्रोपराइटर अजय कुमार को दिया गया था। उनके पास हैसियत प्रमाण पत्र ना होने के बाद भी टेक्निकली  टेंडर पास कर टेंडर दे दिया गया था। जब किसी भी टेंडर को लेने के लिए हैसियत प्रमाण पत्र चरित्र प्रमाण पत्र जीएसटी प्रमाण पत्र लेबर लाइसेंस पीएफ रजिस्ट्रेशन प्रमाण पत्र ईएसआई प्रमाण पत्र कार्य का अनुभव प्रमाण पत्र होना अति आवश्यक होता है परंतु एस के इंटरप्राइजेज के पास में कोई भी हैसियत प्रमाण पत्र लेबर लाइसेंस अनुभव प्रमाण पत्र नहीं था। अप्लाई एप्लीकेशन फार्म लगाया गया था तथा टेंडर में शपथ पत्र को भी प्रमाणित नहीं किया गया था। जिस कारण टेंडर को टेक्निकल निरस्त किया जाना था परंतु अधिशासी अधिकारी का रिश्तेदार होने के कारण उसको नियम विरुद्ध कर्मचारी आपूर्ति टेंडर दे दिया गया था। इसके बाद दौराला नगर पंचायत ने 5000000 का भुगतान भी कर दिया है। पीड़ित ठेकेदार रवि चौधरी ने बताया कि अधिशासी अधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह पर परीक्षितगढ़ किला नगर पंचायत का भी अतिरिक्त चार्ज था उसमें भी अपने रिश्तेदार एस के इंटरप्राइजेज को आउटसोर्सिंग का कार्य देकर मोटी रिश्वत खाई थी। ठेकेदार रवि चौधरी ने बताया कि अधिशासी अधिकारी की संपत्ति की जांच भी होनी चाहिए उनके पास 100 करोड रुपए की चल अचल संपत्ति मौजूद है। बताया गया कि अपनी पर्सनल कार के चालक का खर्चा भी नगर पंचायत से ही दिया जाता है। नगर पंचायत द्वारा कोई भी सूचना किसी भी राष्ट्रीय अखबार में प्रकाशित नहीं कराई जाती है। राष्ट्रीय अखबारों में केवल वही सूचनाएं प्रकाशित कराई जाती हैं जो कि शासन संबंधी होती है। टेंडर निविदा कोटेशन भूमि की नीलामी संबंधी सूचना दुकानों की नीलामी आदि राष्ट्रीय अखबार में प्रकाशित नहीं कराई गई है। नगर पंचायत के द्वारा पीर वाला तालाब के पास वार्ड 4 व 5 में बनी दुकानों का निर्माण लगभग 1500000 रुपए में कराया गया तथा उन दुकानों की नीलामी मात्र 11 ग्यारह  हजार में कर 500 रूपये प्रति माह की दर से किराए पर देकर नगर पंचायत को आर्थिक क्षति पहुंचाई है। चेयरमेन पति ने अपने सगे संबंधियों को दुकाने देकर नगर पंचायत को नुकसान पहुंचाया है। राष्ट्रीय किसान उत्तर माध्यमिक विद्यालय में खेल के मैदान पर प्राइवेट मार्केट में 2800000 रुपए की लागत से इंटर लाकिंग टाइल्स लगाकर नगर पंचायत को आर्थिक क्षति पहुंचाई है। नगर पंचायत चेयरपर्सन पति ने अपने बहनोई को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से उनके फार्म शर्मा इंटरप्राइजेज द्वारा लाखों रुपए का विकास कार्य कराए जा चुके हैं। जबकि नियमानुसार गलत है। नगर पंचायत के द्वारा वाटर कूलर के नाम से एक टेंडर निकाला गया था जिसमें एक ही वाटर कूलर की धरोहर धनराशि जमा कराई गई परंतु 20 वाटर कूलर का भुगतान किया गया है। जिससे नगर पंचायत को सीधा सीधा आर्थिक नुकसान हुआ है । रवि चौधरी ने बताया कि नगर पंचायत में लगभग 120 बीघा सरकारी जमीन है इसके बावजूद भी चारागाह की भूमि पर गौशाला का निर्माण अपने चहीते  ठेकेदार विकास कुमार कॉन्टेक्टर द्वारा कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि तालाबों की भूमि पर अतिक्रमण करके नई-नई योजनाओं के माध्यम से निर्माण कराकर सरकार को लाखों का चूना लगाया जा रहा है। चेयर पर्सन के द्वारा अपात्र ठेकेदारों को करोड़ों रुपए के कार्य दिए जा रहे हैं जो नियमों के विरुद्ध है। जिनमें सुभान एसोसिएट की हैसियत केवल 1000000 रुपए की है इसके बावजूद भी इस फर्म को डेढ़ करोड रुपए का कार्य हाल ही में आवंटित किया गया है जो नियम विरुद्ध है। इसी तरह विकास कुमार कॉन्टेक्टर की हैसियत 14 लाख तीन हजार की है इसके बावजूद इस फर्म को 3 करोड रुपए से आसपास के टेंडर दिए गए हैं। पीड़ित ठेकेदार रवि चौधरी ने बताया कि चेयर पर्सन पति खुद को सोशल मीडिया पर चेयरमेन लिखता है। बताया गया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत लगभग चार सौ मकानों का निर्माण कराया गया है जिनमें बड़ी धांधली की गई है। रवि चौधरी ने बिंदुवार 26 मुद्दे उठाए है और सभी की जाँच कराए जाने की गुहार लगाई है।
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अहमद हुसैन
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