रमजान के तीसरे जुमें को अकीदमंदों ने मांगी मुल्क की सलामती की दुआ
(अहमद हुसैन)
सरधना,सरूरपुर लॉकडाउन के चलते रमजान के तीसरे जुमे की नमाज लोगों ने घरों में रहकर सोशल डिस्टेंसिंग के साथ अदा की। क्षेत्र में जामा मस्जिद समेत नगर व गांवों की सभी मस्जिदों में प्रशासन की अनुमति के अनुसार 5—5 लोगों ने जुमे की नमाज अदा की। इस दौरान अकीदमंदों ने मुल्क की सलामती की दुआ की।
गौरतलब है कि रमजान माह में मस्जिदें नमाजियों से गुलजार रहती थीं। लेकिन इस बार कोविड-19 के संक्रमण के खतरे को देखते हुए देश भर में लॉकडाउन है, जिसमें धार्मिक स्थलों को भी बंद किया गया है। इसके चलते रमजान के दौरान धर्मगुरुओं ने लोगों से नमाज घरों पर ही अदा करने की अपील की थी। लोगों ने इसका पालन करते हुए रमजान के तीसरे जुमे की नमाज घरों पर ही अदा की। मस्जिदों में अजान के बाद तयशुदा वक्त पर सामाजिक दूरी के साथ नमाज पढ़ी गई। उधर, रमजान में खास तौर पर पढ़ी जाने वाली तरावीह की नमाज भी इस बार अकीदमंद घरों पर ही अदा कर रहे हैं। इस बीच पांचली में मौलाना युसूफ मसूद कासमी ने लोगों से कहा है कि लॉकडाउन को लेकर सरकार के अगले आदेश तक लोग घरों में ही इबादत करें। साथ ही प्रशासन द्वारा जारी होने वाले निर्देशों पर अमल करें। सरधना शहर काजी मौलाना नौशाद ने इस अवसर पर लोगों से अपील की है अपनी इबादततो मैं अपनी नमाजो में और अपनी दुआओं में कोरोनावायरस को खत्म करने की अल्लाह से अपील करें और सरकार द्वारा बताए गए सभी बचाव के तरीकों पर अमल करें इस दौरान हर्रा में मौलाना सलमान ने बताया कि इस्लाम की बुनियाद पांच चीजों पर कायम है। पहला कलमा पढऩा, दूसरा नमाज, तीसरा रमजान में रोजे रखना, चौथा जकात अदा करना और पांचवां हज करना। उन्होंने समुदाय के लोगों से कोरोना वायरस से बचाव को घरों में ही रहने की अपील भी की। इस दौरान अमन चैन कीह दुआएं की गईं। रोजेदारों ने कोविड-19 के खात्मे के लिए भी दुआ की।
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अहमद हुसैन