फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम में निवेश करा बेहतर भुगतान का दावा करने के बाद कंपनी के पास निवेशकों का भुगतान करने के लिए पैसा नहीं

मवाना। (अनिल शर्मा)।आर.डी. और फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम में निवेश करा बेहतर भुगतान का दावा करने के बाद कंपनी के पास निवेशकों का भुगतान करने के लिए पैसा नहीं है,निवेशक रोजाना कंपनी दफ्तर के चक्कर काटते हुए बैरंग लौट जाते हैं, वहीं कंपनी के ब्रांच मैनेजर निवेशकों को परिपक्वता अवधि के बाद भुगतान के बजाय जमा धन को पुनः निवेश करने का सर्टिफिकेट थमा देते हैं।प्राप्त जानकारी के अनुसार मवाना तहसील के क़स्बा फलावदा में में एक नामी गिरामी कंपनी की म्यूच्यूअल फंड शाखा संन 1994 से स्थित है।शाखा द्वारा क्षेत्र के लोगों से बेहतर रिटर्न का लालच देकर करोड़ो रुपये का निवेश करा लिया, शुरू में तो कंपनी लोगो को  रिटर्न का ससमय भुगतान करती रही, लेकिन पिछले कई साल से कंपनी की शाखा लोगो से निवेश तो स्वीकार रही है लेकिन किसी भी निवेशक का नया भुगतान नही कर रही है, कोई न कोई बहाना बनाकर निवेशकों की फिक्स्ड डिपॉजिट, आरडी आदि को रेन्यूल कर समय अवधि को बढ़ा देती है,रोजाना निवेशक दफ्तर के चक्कर काटकर बैरंग लौट जाते हैं।
 ब्रांच के वर्तमान मैनेजर नीरज कुमार  ग्राहकों से साफ कहते है कि और पैसा जमा करो तभी भुगतान होगा।यहाँ तक कि ब्राँच एजेंटों को पिछले  6 वर्षो से कोई कमीशन नही दिया गया ।निवेशक इतने परेशान है कि शासन प्रशासन से अपनी गुहार लगा चुके किन्तु कोई सुनने वाला नही है।
भुगतान के बारे में जब मेरठ आफिस में एस एम डी सी तिवारी से की गई तो वे धार्मिक प्रवचन सुनने लगे तथा कहते है कि लोक डाउन के बाद देखेगे।
कंपनी के अभिकर्ता कामिनी शर्मा ने बताया कि बहुत गरीब महिलाओ के 5हजार 10 हजार  20 ,50 थोड़ा थोड़ा जोड़ कर कई लाख रुपये 5वर्स 4माह में दुगने वाली स्कीम में निवेश कर दिए थे जो अब मेरे घर पर आते है कुछ को तो मैने कर्जा लेकर भी दे दिया ,बहुत ही मिन्नत करने पर भी ये लोग भुगतान नही कर रहे। ऐसे ही लगभग 300 कार्ये कर्ता होंगे जिनका करोडो रुपया ब्रांच ने डकार रखा है।


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