फलावदा में फंसे बिहार के 17 मज़दूर


फलावदा: कोरोना वायरस व अचानक लागू किए गए लॉकडॉन के कारण कस्बे की एक फैक्ट्री में मजदूरी का कार्य करने वाले एक दर्जन से अधिक श्रार्मिक अपने-अपने घर जाने के लिए पिछले 42 दिनों से परेशान चल रहे हैं। लेकिन इनकी सुनने वाला कोई अधिकारी नहीं है। यह मामला कस्बे के बस स्टैंड के समीप सीमा आइसक्रीम फैक्ट्री में काम करने वाले श्रार्मिक शंभू, घोलू, रामअतरे, मिंटू, पंकज, अक्षय, राहुल, मुखलाल, बहारन महतो, मिथुन, टिंकू, मनोज, धर्मेंद्र, संजय, फूलाल महतो, सुभाष, आदि ने बताया कि वह सभी मजदूर लोग हर साल फलावदा की सीमा आइसक्रीम फैक्ट्री में मजदूरी का कार्य करने के लिए फरवरी महीने में पहुंच जाते हैं। इस फैक्ट्री में सभी मजदूर लोग आइसक्रीम बनाने का कार्य करते हैं। लेकिन महामारी के चलते पिछले डेढ़ महीने से फैक्ट्री बंद पड़ी है। खाने के लिए दो वक्त की रोटी भी मयसर नहीं हो पा रही है। सभी मजदूरों ने फैक्ट्री मालिक इकरामुद्दीन से कई बार अपने गांव भगवानी जिला छपरा बिहार जाने के लिए कहा लेकिन फैक्ट्री मालिक ने बताया पूरे भारत में लॉक डाउन के चलते सभी प्रकार के रेलगाड़िया अन्य वाहन बंद है। अपने गांव पहुंचाने के लिए कोई वाहन नहीं मिल पा रहा है।


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