किसानो की लड़ाई निर्भीक होकर लड़ते थे बाबा महेन्द्र सिंह टिकैत

 बाबा महेन्द्र सिंह टिकैत ज़ी की ९ वी पुण्यतिथि पर जाट भवन गाँव पिलोना पर श्रधांजलि अर्पित करी और उनके संघर्ष और सरकारो के ख़िलाफ़ आम किसान के अधिकारो की लड़ाई का अनुसरण किया 
क़ोई भी लड़ाई निर्भीक और निस्वार्थ ही जीती जा सकती हैं उसमें बाबा जैसी संकल्पशक्ति का होना महत्वपूर्ण हैं 
वर्तमान में 
सरकार द्वारा घोषित पैकेज में किसानों के लिए कोई राहत नहीं दी गई है ।
जबकि किसानों का करीब १८००० करोड रूपया गन्ना मिलों पर बकाया हो चुका है  ।सरकार से है उम्मीद की थी की गन्ना बकाया के लिए सरकार कुछ पैकेज देगी न ही किसानों के बिजली बाकी देनदारी पर सरकार ने कोई स्पष्ट रुख की घोषणा की है।
इस वैश्विक महामारी के दौर में जहाँ किसान निर्भीकता से देश के खाद्ययान भण्डार भरने का काम किया हैं देश को आत्मनिर्भर करने का काम किया हैं वही सरकार का रवैया दुर्भाग्यपूर्ण हैं 
किसान और मज़दूर की अनदेखी देश बर्दाश्त नहीं करेगा
राष्ट्रीय जाट महासंघ किसान मज़दूर की हर लड़ाई लड़ेगा 
सरकार संज्ञान लें कर घोषणा करें 
किसान भी कोरोना योद्धा हैं इसकी घोषणा भी सरकार करें ज़ो लाभ कोरोना संक्रमित मृत्यु पश्चात सरकारी कर्मचारियों को मिलेंगे वो किसान को भी ५० लाख मिलें


श्रधांजलि सभा में 
चौ अजय सिंह प्रबंधक किसान इण्टर कलिज,चौ समरजीत सिंह डारेकटर सहकारी बैंक,विश्वास चौ प्रमुख,अंशुल चौ,बिट्टू चौ 


रोहित जाखड 
प्रदेश अध्यक्ष 
राष्ट्रीय जाट महासंघ


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