...आखिरकार कैसे होगी गेहूं की खरीदारी
. सरकारी मूल्य 1925 जिसमे 20रु लेवर, जबकि बाजार भाव 1950रु कुंतल
सरकार ने लक्ष्य 11000 कुंतल आज तक खरीद कुल 700 कुंतल
- पंजीकरण सत्यापित को किसान तहसील के काट रहे चक्कर , टोकन को लेकर हो रहे परेशान
अनिल शर्मा
मवाना। गेहूं क्रय केंद्रों पर इस वर्ष लक्ष्य के सापेक्ष गेंहू क्रय करने में जहाँ अफसरों के पसीने छूट रहे हैं,
वहीँ स्टॉकिस्ट व्यापारी गाँवों में सीधे किसानों से गेंहू क्रय कर स्टॉक करने में लगे हुए हैं।वहीँ लॉकडाउन के चलते गेंहू क्रय हेतु किसानों की पंजीकरण व्यवस्था पूरी तरह विफल साबित हो रही है।
बताते चलें कि मवाना मंडी समिति में इस बार तीन क्रय केंद्र बनाए गए हैं, शासन द्वारा इन केंद्रों पर ग्यारह हजार कुंतल गेंहू क्रय का लक्ष्य रखा गया गया है,लेकिन बृहस्पतिवार दोपहर तक केवल 700 कुंतल गेंहू ही क्रय किया जा सका है,मई का पहला सप्ताह समाप्त हो चूका है, अधिकांश किसानों की गेंहू की फसल पूरी तरह कट चुकी है, ऐसे में अफसरों के सामने लक्ष्य पूरा करना एक बड़ी चुनौती साबित होगी, दूसरा क्रय केंद्र पर मौजूद किसानों ने बताया कि ऑनलाइन पंजीकरण व्यवस्था से अधिकांश छोटे किसान अपना पंजीकरण नही करा सके, काफी किसानों को ऑनलाइन पंजीकरण व्यवस्था की जानकारी नही है, दूसरा पंजीकरण कराने के बाद सत्यापन और फिर टोकन लेना पड़ता है, वहीँ कुछ ग्रामीणों ने बताया कि कुछ व्यापारी सीधे गाँवों में जाकर सीधे किसानों से गेंहू खरीद रहे है, तथा अप्रैल के प्रथम सप्ताह से ही गाँवों में गेंहू की फसल का पेशगी के रूप में नगद भुगतान कर रहे हैं, ऐसे में कोई अपना गेंहू बेचने शहर में क्यों जाये।
यदि ऐसा ही रहा तो इस बार गेँहू/आटा के दाम जनता पर भारी पड़ने वाले हैं।
इस बारे में क्रय केंद्र प्रभारी एस0एम0आई0 प्रमोद कुमार ने बताया कि सेंटर पर किसान अपना गेहू कम ही ला रहे है, तथा हम हरसम्भव लक्ष्य के सापेक्ष शत प्रतिशत गेंहू क्रय करने का प्रयास कर रहे हैं, तथा किसानों को गेंहू विक्रय के प्रेरित भी किया जा रहा है।
क्रय केंद्र प्रभारी प्रमोद कुमार ने बताया कि मंडी परिसर में खाध विभाग, पीसीएफ, यूपीएसएस के सेंटर को खोला गया है। सभी क्रय केंद्रों पर गेहूं खरीद का लक्ष्य भी निर्धारित किया गया है।