सामुदायिक स्थलों की समुचित सफाई में ही सभी की भलाई
(Ravita)
कोरोना अलर्ट
- घनी आबादी वाले शहरी क्षेत्रों में विशेष सावधानी बरतने के निर्देश
- शौचालयों, स्नानागारों व कपड़े धोने वाले स्थलों की नियमित सफाई हो
मुजफ्फरनगर। कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए उन सभी बिन्दुओं पर बारीकी से नजर रखी जा रही है जिनसे इसका खतरा संभावित है । इसी क्रम में घनी आबादी वाले शहरी क्षेत्रों में गुजर-बसर करने वालों को खास सावधानी बरतने की हिदायत दी गयी है । इन क्षेत्रों के सामुदायिक शौचालयों, स्नानागारों और कपड़े धोने वाले स्थलों की साफ़-सफाई और वहां पर बरती जाने वाली सतर्कता के बारे में जागरूक करने का प्रयास भी शुरू किया गया है ।
भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार प्रो. विजय राघवन ने इस बारे में विशेष दिशा - निर्देश जारी करते हुए वहां कार्यरत कर्मचारियों और संस्थाओं से अपील की है वह लोगों को इस बारे में जागरूक करें । उनका कहना है कि सार्वजानिक स्थलों और घरों की सफाई के लिए ब्लीचिंग पाउडर या कीटाणुनाशक का इस्तेमाल कर सकते हैं । इन स्थलों के बार-बार इस्तेमाल होने के चलते दरवाजों, कुण्डियों आदि के जरिये संक्रमण फैलने का खतरा बना रहता है, इसलिए उनकी भी विधिवत सफाई का ख्याल रखें । उन्होंने पैरों से संचालित होने वाले हैण्डवाशिंग स्टेशन इंस्टाल करने की भी सलाह दी है ताकि संक्रमण का फैलाव सार्वजानिक जगहों पर न होने पाए । संक्रमण की रोकथाम में प्रभावी होने के साथ ही इससे पानी की भी बचत होगी और यह खर्चीला भी नहीं है । इन स्थलों की सतह की सफाई भी नियमित रूप से करते रहें ।
क्या सावधानी बरतें :
- जूते/चप्पल पहनकर ही सार्वजानिक शौचालय के अंदर जाएँ
- सार्वजानिक शौचालय के इस्तेमाल के समय चेहरा ढका होना चाहिए,
मास्क का इस्तेमाल कर सकते हैं
- उपयोग के तुरंत बाद हाथों को साबुन-पानी से 40 सेकंड तक धुलें
- इन स्थलों पर भी सामाजिक दूरी का पालन जरूर करें
- आँख, नाक व मुंह को छूने से बचें
- सार्वजानिक स्थलों पर कदापि न थूकें
विशेष जानकारी के लिए संपर्क करें :
कोरोना संक्रमण के लक्षण दिखने पर जैसे सांस फूलना या अत्यधिक तेज बुखार होने पर तुरंत स्वास्थ्य विभाग के टोल फ्री नंबर 1800-180-5145 अथवा अपने जनपद के मुख्य चिकित्सा अधिकारी/ जिला सर्विलेंस अधिकारी से तुरंत संपर्क करें ।