शिक्षा के साथ-साथ स्कूलों में अन्य आयोजन भी आवश्यक:ज़फर कुरैशी


(अहमद हुसैन)


स्कूल में पढ़ने वाले छोटे-छोटे बच्चों के विकास के लिए उन्नति के लिए। उनकी समझ को बड़ा करने के लिए समय-समय पर। स्कूलों में विभिन्न प्रकार के आयोजन होने अवश्य  है। पढ़ाई के साथ स्कूलों में बच्चों के बौद्धिक। विकास के लिए समय-समय पर। कुछ अन्य आयोजन होने भी आवश्यक ताकि बच्चे पढ़ाई के दबाव से बाहर निकल कर कुछ मस्ती कर सकें। इसी बात को मद्देनजर रखते हुए आज।इकडी रोड स्तिथ मज़ीदिया पब्लिक स्कूल में रंगारंग मेले का आयोजन किया गया। 
 जिसमे सभी छात्र छात्राओं के साथ शिक्षिकाओं ने भी अत्यंत हर्षोल्लाष के साथ भाग लिया। मेले के प्रमुख आकर्षक गोलगप्पे आलू तथा पालक की पकोड़ी सेन्डविच पोहे पापड़ कचरी चने की\दाल,ब्रेड पकोड़ा तथा रिंग फेंकने वाला गेम रहे। परिवार के सदस्यों ने भी मेले का भरपूर आनन्द लिया। विधालय के प्रबंधक जफ़र कुरैशी ने प्रथम द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर आये स्टॉल को पुरस्कृत किया तथा मेले के महत्व को स्पष्ट करे हुए बताया कि मेले का आयोजन समय दर समय विधालयों में होता रहना चाहिए क्योंकि इन्ही आयोजनों के द्धारा मनोवैज्ञानिक दृष्टिकोण के चलते छात्र छात्राओं में निर्णय लेने की क्षमता निर्देशन सृजनात्मक तथा साझेदारी आदि गुणवत्ताओं का विकास होता हे। साझेदारी का उदाहरण देते हुए जफ़र कुरैशी ने बताया की यदि आपके पास केवल पांच रूपये हैं और कोई व्यंजन भी पांच रूपये का हे तो उसे खुद न खाये बल्कि अपने दोस्तों के साथ उसका साझा कर ले तो वह केवल पांच रूपये होते हुए भी अनेक व्यंजनों का भी आनंद ले सकता है। इन्ही उदाहरणों को सुनकर छात्रों के साथ साथ उनके परिवार के सदस्य भी आनंदित हो गए और पूरा हॉल तालियों की गड़गड़ाहट से गूँज उठा। अंत में प्रबंधक जफर कुरैशी ने मेले में निमन्त्रित सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर डिग्री कॉलिज की प्राचार्या सोनिया गर्ग सोनिया मित्तल मुजाहिद खान लायबा अंसारी निशा रूपा चौधरी सरिता शर्मा ईरम सायमा कोमल प्रिया आदि उपस्थित रहे।
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अहमद हुसैन
True स्टोरी


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