एसएसपी का इकबाल या जान का डर- अपराध पर लग रही लगाम


(अहमद हुसैन)


पुलिस का खौफ 25 हजार के इनामी ने किया कोर्ट में किया सरेंडर ।बहन की हत्या के मामले में था शामिल प्रशान्त उर्फ़ किट्टू ।सरधना मेरठ पश्चिम उत्तर प्रदेश का महत्वपूर्ण शहर ही नहीं जोन भी है। यहां से नौ जिलों की कानून व्यवस्था चलती है। सूबे में भाजपा सरकार बनने के बाद मेरठ जोन में सबसे अधिक ताबड़तोड़ एनकाउंटर हुए। एनकाउंटर से बदमाशों में खौफ तो पैदा हुआ लेकिन अपराध फिर भी है। अपराधियों पर अंकुश लगने का कारण एसएसपी द्वारा बड़े बदमाशों का एनकाउंटर करना है। जिससे भयभीत छोटे अपराधी या तो इलाका छोड़ने पर मजबूर है या पुराने मामलों में जमानत तुड़वाकर जेल जारहे है। थाना सरधना इलाके के गाँव दबथुवा गढ़ी में ऑनर क्लिंग के चलते बहन को गोली मारकर मौत के घाट उतारने वाले 25 हजार के इनामी बदमाश ने भी सरधना पुलिस की ताबड़तोड़ दबिश के  कारण जमानत तुवाकर जेल जाना ही बहतर समझा है। इससे साफ़ है कि पुलिस का इकबाल अभी जिन्दा है। सरधना के गांव दबथुआ गढ़ी में गत 16 फ़रवरी की रात ऑनर किलिंग का मामला आया सामने आया था। बहन के प्रेम प्रसंग से नाराज तहेरे भाई ने गोली मारकर किशोरी को उतारा मौत के घाट उतार दिया था।  सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेजते हुए मृतका के परिवार से दो महिलाओं सहित कई लोगों को हिरासत में ले लिया था। पूछताछ के बाद दो घटना का खुलासा करते हुए महिलाओं सहित पांच को जेल भेजा गया था। 
 बतादें कि ग्राम गढी दबथुवा में गांव निवासी जयविन्द्र के घर उसकी पुत्री टीना उर्फ तानिया चौधरी की जाँघ मे गोली मारी गयी थी। पुलिस ने मृतिका के भाई तुषार व ताऊ धर्मवीर व माता श्रीमती सीमा आदि से पूछताछ की थी। जिसमे मृतका के भाई तुषार ने बताया था कि मैं और मेरे ताऊ  का लडका किट्टू उर्फ प्रशान्त पुत्र धर्मवीर निवासी गढी दबथुवा और मेरा व किट्टू का दोस्त सलमान पुत्र लियाकत निवासी दबथुवा ने मेरे दोस्त के बर्थडे मे शराब पी थी तथा  मुझे व मेरे भाई किट्टू व परिवार वालो को यह मालूम हो गया था कि मेरी बहन टीना उर्फ तानिया का किसी लडके से प्रेम प्रसंग चल रहा है । बार बार मना करने पर भी नही मान रही थी। इसी बात से गुस्सा था मेरे तहेरे भाई किट्टू उर्फ प्रशान्त ने हम सबकी मौजूदगी में टीना उर्फ तानिया को गोली मार दी और घटना को छिपाने के लिये कुछ हवाई फायर भी किये थे। जिसके बाद थाना प्रभारी उपेन्द्र मालिक ने घटना मे शामिल अभियुक्तगण धर्मवीर पुत्र राजपाल तुषार पुत्र जयविन्द्र व श्रीमती सीमा पत्नी जयविन्द्र व श्रीमती बबली पत्नी स्व0 सतेन्द्र निवासीगण गढी दबथुवा को जेल भेज दिया था। किट्टू उर्फ़ प्रशांत व सलमान पुत्र लियाकत पुलिस के हत्थे नहीं चढ़े थे। पुलिस दोनों को पकड़ने के लिए संभावित स्थानों पर लगातार दबिश दे रही थी। प्रशांत पहले भी हत्या का प्रयास करने के मामले में जेल जा चुका है और फ़िलहाल जमानत पर बाहर आया हुआ था। एसएसपी ने प्रशांत पर जैसे ही 25 हजार का इनाम घोषित किया तो। प्रशांत पुराने मामले में जमानत तुड़वाकर खुद ही जेल पहुँच गया है। इससे साफ़ है कि पुलिस का इक़बाल अभी जिन्दा है। सरधना थाना प्रभारी उपेन्द्र कुमार मालिक ने बताया कि पुलिस दबाव के चलते ही प्रशान्त ने गुरुवार को एसीजेएम 6 में आत्म समर्पण किया है। 
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अहमद हुसैन
True स्टोरी


 


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