दो दोस्त एक साथ हुए इस दुनिया से रुखसत 


नईम चौधरी


जानसठ। यह दोस्ती हम नहीं छोड़ेंगे तोडेंगे दम मगर तेरा साथ न छोड़ेंगे कुछ ऐसे ही पंक्तियां उस वक्त याद आ गई जिस वक्त कस्बा जानसठ के ग्राम नई बस्ती तालेड़ा में दिन भर साथ रहने के बाद दोनों दोस्त शाम को अपने घर पर जाकर सो गए लेकिन रात के वक्त एक दोस्त की तबीयत खराब हो गई परिवार वालों ने प्राइवेट चिकित्सक के यहां दिखाया लेकिन सारी कोशिश है बेकार रही और इस दुनिया से चल बता तुम ही दूसरे दोस्त के परिवार वाले बताते हैं कि जब सुबह को परिवार वालों ने दूसरे दोस्त को उठाया तब पता चला कि मुमताज इस दुनिया को छोड़ कर चल बता प्राप्त जानकारी के अनुसार जानसठ के ग्राम नई बस्ती तालेड़ा में मुमताज पुत्र निजामुद्दीन व यासीन दो दोस्त है दिनभर कस्बा में दोनों ने खरीदारी की और शाम को आए दिनों की भांति अपने-अपने घर एक दूसरे को खुदा हाफिज कहकर चले गए लेकिन रात के समय मुमताज पुत्र निजामुद्दीन की तबीयत खराब हो गई जिसको रात में ही चिकित्सक को दिखाया लेकिन चिकित्सक को दिखाने के बाद भी जान नहीं बची और इस दुनिया से रुखसत हो गए तो जैसे ही रात गुजरने के बाद दूसरे दोस्त यासीन निवासी नई बस्ती तालड़ा को परिवार वालों ने जगाने की कोशिश की तब पता चला कि वे इस दुनिया को छोड़ कर चल बसे जिसकी वजह है परिवार वालों का रो रो कर बुरा हाल हो गयानईम चौधरी
जानसठ।यह दोस्ती हम नहीं छोड़ेंगे तोडेंगे दम मगर तेरा साथ न छोड़ेंगे कुछ ऐसे ही पंक्तियां उस वक्त याद आ गई जिस वक्त कस्बा जानसठ के ग्राम नई बस्ती तालेड़ा में दिन भर साथ रहने के बाद दोनों दोस्त शाम को अपने घर पर जाकर सो गए लेकिन रात के वक्त एक दोस्त की तबीयत खराब हो गई परिवार वालों ने प्राइवेट चिकित्सक के यहां दिखाया लेकिन सारी कोशिश है बेकार रही और इस दुनिया से चल बता तुम ही दूसरे दोस्त के परिवार वाले बताते हैं कि जब सुबह को परिवार वालों ने दूसरे दोस्त को उठाया तब पता चला कि मुमताज इस दुनिया को छोड़ कर चल बता प्राप्त जानकारी के अनुसार जानसठ के ग्राम नई बस्ती तालेड़ा में मुमताज पुत्र निजामुद्दीन व यासीन दो दोस्त है दिनभर कस्बा में दोनों ने खरीदारी की और शाम को आए दिनों की भांति अपने-अपने घर एक दूसरे को खुदा हाफिज कहकर चले गए लेकिन रात के समय मुमताज पुत्र निजामुद्दीन की तबीयत खराब हो गई जिसको रात में ही चिकित्सक को दिखाया लेकिन चिकित्सक को दिखाने के बाद भी जान नहीं बची और इस दुनिया से रुखसत हो गए तो जैसे ही रात गुजरने के बाद दूसरे दोस्त यासीन निवासी नई बस्ती तालड़ा को परिवार वालों ने जगाने की कोशिश की तब पता चला कि वे इस दुनिया को छोड़ कर चल बसे जिसकी वजह है परिवार वालों का रो रो कर बुरा हाल हो गया।


Popular posts from this blog

मदरसों को बंद करने की रची जा रही साजिश.. जमियत ने नोटिसो को बताया साजिश

गंधक व पोटाश मिलाते समय किशोर की मौत

श्री द्रोणाचार्य पी जी कॉलेज दनकौर के इतिहास विभाग द्वारा किया गया नवाचार