159 टीमें घर-घर जाकर खोजेंगी टीबी मरीज 17 से 28 फरवरी तक चलाया जाएगा अभियान
(संजय वर्मा)
मेरठ। सन् 2025 तक देश से टीबी के खात्मे के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संकल्प को पूरा करने के लिए स्वास्थ्य विभाग प्रयासरत है। विभाग 17 फरवरी से 28 फरवरी तक टीबी मरीजों को खोजने के लिये अभियान चलायेगा। इसके लिये जिला क्षय रोग अधिकारी ने 159 टीमों का गठन किया है। जो जिले की दस प्रतिशत आबादी में उन स्थानों पर टीबी मरीजों को खोजेंगी जहां पर सबसे अधिक टीबी मरीज होने की आशंका है।
जिला क्षय रोग अधिकारी डा. एमएस फौजदार ने बताया टीबी को जड़ से समाप्त करने के लिये हरसंभव प्रयास किये जा रहे हैं। 17 फरवरी से जिले में शुरू हो रहे टीबी रोगी खोज अभियान में घर-घर जाकर रोगियों की पहचान की जाएगी। नयी बस्ती, लल्लापुरा, मलियाना, नगला बटटू , लिसाड़ी गेट, अशियाना कालोनी, नूर नगर , साबुन गोदाम शहरी क्षेत्र व ग्रामीण क्षेत्र रोहटा ब्लॉक के रोहटा, पूठ ,सलारपुर, हर्रा ,खिवाई में अभियान चलाया जाएगा। इन क्षेत्रों में काफी संख्या में टीबी मरीज मिलते रहे हैं। उन्होंने बताया इसके लिये 159 टीमें बनायी गयी हैं। एक टीम में तीन सदस्यों को रखा गया है। इसमें एक आशा, क्षेत्रीय समाजसेवी व एक ग्रामीण होगा। पांच टीम पर एक सुपरवाइजर नियुक्त किया गया है, जो टीमों की निगरानी करेगा। टीम संदिग्ध टीबी मरीजों का ब्योरा दर्ज करेगी और मरीजों का उपचार करायेगी। इस दौरान इन क्षेत्रों में जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। प्रचार-प्रसार के साथ लोगों को टीबी के प्रति जागरूक किया जाएगा। टीबी रोगी खोज अभियान सन 2018 में आरंभ हुआ था। अभियान के कारण लोगों में टीबी के प्रति काफी जागरूकता आयी है, जो पहले अपनी बीमारी को बताने से बचते थे अब वह बताने लगे हैं।
डा. फौजदार ने बताया 2019 में 8600 टीबी मरीजे मिले थे, जिनमें कुछ लोगों का उपचार चल रहा है, कुछ ठीक हो चुके हैं। जनवरी 2020 में 700 मरीजों का पता चला है। इनका उपचार किया जा रहा है।