वस्तु एवं सेवा कर विभाग की टीम देख, व्यापारियों में मचा हड़कंप
(अहमद हुसैन)
सरकार की व्यापार नीति के चलते अधिकांश सभी छोटे बड़े व्यापारियों ने जीएसटी के अंतर्गत अपने-अपने रजिस्ट्रेशन पहले ही करा लिए परंतु अब नई स्कीम के चलते उच्च अधिकारियों ने सरधना पहुंच छोटे मझौली एवं बड़े व्यापारियों से मिलकर जीएसटी में अधिक से अधिक रजिस्ट्रेशन करा कर परेशानी से बचने तथा स्कीम के तहत लाभ लेने की बात कही।
पूर्व में जहां टैक्स चोरी करने वालों पर इन्कम टैक्स की नजरें रहती वही अब टैक्स चोरी करने वालों पर जीएसटी ने अपनी नजर जमा ली है। बुद्धवार को सरधना मण्डल के गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (जीएसटी) के डिप्टी कमिश्नर राधेश्याम चौधरी विभाग के अन्य अधिकारियों एडिशनल कमिश्नर ग्रेड-2, शशि भूषण सिंह असिस्टेंट कमिश्नर, सगीर अहमद खान वाणिज्य कर अधिकारी, सुनील कुमार,तथा वस्तु एवं सेवा कर विभाग के ही राजवीर सिंह नवीन कुमार आदि लोग जैसे ही सरधना बस स्टैंड पुलिस चौकी पहुंचे और वहां दुकानदारों से जाकर जीएसटी के संबंध में बातचीत की तो दुकानदारों में हड़कंप मच गया। जीएसटी की टीम ने दुकानदारों से कागजों की छानबीन की। जिन दुकानदारों ने जीएसटी नम्बर ले रखा है उन्हें रजिस्ट्रेशन नंबर बोर्ड लगाने की हिदायत भी दी। टीम की छापे मारी के तुरंत बाद ही दुकानदारों में हड़कंप मच गया और फोरन ही व्यापार मंडल के अधिकारियों से संपर्क किया और उन्हें मौके पर बुलाया। जिसके बाद पश्चिमी उत्तर प्रदेश संयुक्त व्यापार मंडल के नगर अध्यक्ष वीरेन्द्र चौधरी महामंत्री ललित गुप्ता मनमोहन त्यागी सरधना व्यापार मंडल के अध्यक्ष पंकज जैन महामंत्री नीरज जैन संयुक्त व्यापार मंडल नगर अध्यक्ष संजीव त्यागी भाजपा नगर अध्यक्ष राजीव जैन अपने पदाधिकारियों के साथ वहां पहुंचे और जीएसटी विभाग की टीम से बातचीत की। इसके बाद जीएसटी विभाग की टीम व्यापार मंडल के पदाधिकारियों के साथ बिनौली रोड गंज बाजार लश्कर गंज कबाड़ी बाजार अशोक स्तम्भ रामलीला रोड चौक बाजार बुध बाजार पहुंची और वहां के दुकानदारों से मिलकर जीएसटी से जुड़ने और पंजीकरण कराने को कहा गया। दुकानदारों को 10 लाख की बीमा योजना का लाभ लेने व केंद्र सरकार की पेंशन योजना में शामिल होने के लिए पंजीकरण कराकर लाभ उठाने के लिए बताया गया। व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने जीएसटी विभाग के कारीयों से कहा कि वह कैंप लगाकर सरधना के व्यापारियों का पंजीकरण करें उसमें उनका पूरा सहयोग रहेगा। जिसके लिए अधिकारीयों ने सहमति जता दी। और टीम वापस लौट गयी अब व्यापारी अपनी मीटिंग करके समय और स्थान तय करके जीएसटी विभाग को कैम्प लगाने के लिए बुलाएंगे।
अहमद हुसैन
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