मार्च से बच्चों को नि:शुल्क लगेगी निमोनिया की वैक्सीन तीन माह के अंदर सरकारी स्तर पर निमोकॉकल वैक्सीन होगी लांच


 मेरठ। इस साल मार्च से पांच साल तक की उम्र के बच्चों को निमोनिया से बचाने का टीका नीमोकॉकल सरकारी अस्पतालों में मुफ्त लगाया जाएगा। सरकार ने इस वैक्सीन को राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम में शामिल करने का फैसला किया है। तीन माह के अंदर सरकारी स्तर पर नीमोकॉकल वैक्सीन लाँच की जाएगी। इसके बाद देशभर में होने वाले टीकाकरण में एकरूपता आ सकेगी।
 मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. राजकुमार ने बताया- राष्ट्रीय टीकाकरण अभियान के तहत देशभर में अभी 12 बीमारियों से बचाव के लिये टीके लगाए जाते हैं। प्रदेश में निमोनिया का टीका शामिल न होने के कारण 11 टीके ही लगते हैं। इसके अलावा जापानी इंसेफ्लाइटिस का टीका सिर्फ प्रभावित जिलों में ही लगाया जाता है। निमोनिया का टीकाकरण न होने के कारण सूबे में हर साल नवजात से पांच साल के बच्चे बड़ी संख्या में दम तोड़ देते हैं। ऐसे में विशेषज्ञों ने इस वैक्सीन को राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम में शामिल करने का सुझाव दिया था। कई चरणों में बैठक के बाद इस पर अब सहमति बनी है।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा प्रवीन गौतम ने बताया कि 2019 में पायलट प्रोजेक्ट के तहत लखीमपुर खीरी, सिद्धार्थनगर, सीतापुर,बहराइच, श्रावस्ती एवं बलरामपुर जिले में निमोनिया का टीका बच्चों को लगाने का निर्णय लिया गया था। इसके सकारात्मक परिणाम मिलने के बाद वैक्सीन को सरकारी स्तर पर सूबे में एक दिसम्बर से लांच किया जाना था, लेकिन पूरे प्रदेश के लिए वैक्सीन उपलब्ध नहीं हो सकी। अब इसे मार्च में लांच किया जाएगा।
यह होगा शेड्यूल
 नीमोकॉकल कज्यूगेट वैक्सीन जन्म से डेढ़ माह में पहली डोज, साढ़े तीन माह में दूसरी डोज और नौ माह में बूस्टर डोज लगायी जाएगी।
  निजी क्षेत्र में चार हजार रूपये का है टीका
 प्राइवेट अस्पतालों में इस टीके के चार हजार रूपये वसूले जाते हैं। राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम में टीके का पूरा कोर्स नि:शुल्क होगा।
   ‘इस साल मार्च में निमोनिया का टीका नीमोकॉकल राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम में शामिल हो जाएगा। सभी जिलों  में वैक्सीन मुहैया करायी जाएगी। शासन ने इसे बच्चों को निशुल्क लगाने का निर्णय लिया है।’
  डा. राजकुमार –सीएमओ, मेरठ


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