आयुष्मान भारत- प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत चलेगा सर्वेक्षण अभियान
(रविता)
जनपद में आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत सर्वेक्षण अभियान चलाकर असत्यापित परिवारों का पुनः सर्वेक्षण किया जाएगा। इसके तहत माइक्रोप्लान बनाकर डाटा प्रोफार्मा के जरिए बचे हुए लाभार्थियों का सर्वे किया जाएगा। माह के अंत तक सर्वे का काम पूरा करके रिपोर्ट शासन को भेजी जानी है जिससे सभी को योजना का लाभ मिल सके।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. प्रवीण चोपड़ा ने बताया कि आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य के तहत सामाजिक, आर्थिक, जाति जनगणना 2011 के आंकड़ों के अनुसार जिले में योजना का लाभ लोगों को दिया जा रहा है। शासन के आदेश पर लाभार्थियों की सूची के हिसाब से सर्वे कर सत्यापित परिवारों के सत्यापन का काम जनवरी माह में पूरा किया जाना है। इस काम में करीब 1900 आशा कार्यकर्ताओं को लगाया जाएगा है।
डॉ. प्रवीण चोपड़ा ने बताया कि सामाजिक, आर्थिक, जाति जनगणना 2011 के आंकड़ों के हिसाब से आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य के लाभार्थियों की सूची बनाई गई थी। पिछले वर्षों में हुई सर्वे में बहुत से ऐसे परिवार हैं, जिनका अनेक कारणों से सत्यापन नहीं हो पाया है। शासन के आदेश पर जनवरी 2020 में इनके सत्यापन का कार्य किया जाना है। 25 जनवरी से सर्वेक्षण अभियान शुरु कर दिया जाएगा। जिसके तहत एक प्रोफार्मा आशा कार्यकर्ताओं को दे दिया जाएगा। सर्वे और सत्यापन का काम 31 जनवरी तक चलेगा। 31 जनवरी तक आशा द्वारा किये गये सर्वेक्षण की सर्वेक्षण शीट जनपद स्तर पर इकट्ठा की जाएगी। ये सर्वेक्षण शीट 01 फरवरी से 15 फरवरी के बीच हर हाल में विभाग की वेबसाइट पर अपलोड कर दी जाएगी। उन्होने बताया कि अभी तक जिले में 77 हजार आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके है। जिसके तहत 11 प्राइवेट और 7 सरकारी अस्पतालों में इस योजना का लाभ दिया जा रहा है। और 11500 लोग इस योजना के तहत इलाज करा चुके है।
डॉ. प्रवीण चोपड़ा ने बताया ने बताया सर्वे में किसी भी तरह से योजना में नए नाम नहीं जुड़ेंगे। इसमें वही नाम रहेंगे जो सामाजिक, आर्थिक, जाति जनगणना 2011 के आंकड़ों के हिसाब से पहले से सूची में दर्ज हैं। अब केवल उन परिवारों का सत्यापन किया जा रहा। सत्यापन के बाद उनकी सभी औपचारिकताएं पूरी होने पर उन्हें योजना का लाभ मिलने लगेगा।