यूपी में सृजित उर्दू अनुवादक पद समाप्त करना दुर्भाग्यपूर्ण: डॉ. खान


नई दिल्ली। उर्दू डेवलपमेंट आर्गनाइजेशन (यूडीओ) के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. सैयद अहमद खान ने उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा उर्दू अनुवादक पद समाप्त करने की घोषणा को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। यूपी सरकार के इस फैसले पर खेद जताते हुए उन्होंने कहा कि उर्दू उत्तर प्रदेश समेत 7 राज्यों की राज भाषा है मगर, राज्य सरकारों की पक्षपाती नीतियों के कारण उर्दू का अस्तित्व खतरे में दिखाई दे रहा है। बता दें कि डॉ. खान मंगलवार को न्यू सीलमपुर स्थित यूडीओ मुख्यालय में आयोजित एक बैठक के दौरान बोल रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि उर्दू आज राजनीतिज्ञों की संकीर्ण विचारधारा के कारण ही दयनीय स्थिति में पहुंच गई है। डॉ. खान का कहना है कि यूपी सरकार ने राज्य में उर्दू अनुवादक पद समाप्त कर अपनी संकीर्ण विचारधारा को उजागर कर दिया है। उन्होंने यूपी सरकार से मांग की है कि वह इस निर्णय पर पुनर्विचार करते हुए उर्दू को हिन्दी की तरह रोजगार से जोडऩे की कोशिश कर और देश प्रदेश में सद्भावना को बढ़ावा देने का कार्य करे।


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