उर्जा मंत्री के बयान पर कांग्रेस ने दी तीखी प्रतिक्रिया,हिम्मत है तो सात सवालों के जवाब दे भाजपाः अजय
सूबे के उर्जा मंत्री श्रीकान्त शर्मा के बयान पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि 24 मार्च को डीएचएपफएल में पहली बार पैसा जमा किया।तब प्रदेश के मुख्यमंन्त्री आदित्यनाथ योगी थे और श्रीकांत शर्मा ऊर्जा मंत्राी थे। भाजपा लगातार प्रदेश की जनता से झूठ बोल रही है। ताकि उसका भ्रष्टाचार छुप सके। कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने ऊर्जा मंन्त्री श्रीकांत शर्मा से जबाब मांगते हुए कहा कि ऊर्जा मंत्राी अगर इतना ही दूध के धुले हुए हैं तो मेरे कुछ सवालों का जबाब दें दे। सब दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा। उन्होंने कहा कि पूरे सूबे की जनता भाजपा के भ्रष्टाचार को देख रही है। ऊर्जा मंत्री की बौखलाहट बता रही है कि दाल में कुछ काला है। उन्होंने कहा कि मेरे द्वारा उठाये गए सवाल उत्तर प्रदेश की जनता का सवाल है, लाखों कर्मचारियों का सवाल है। उन्होंने कहा कि उर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा खुली प्रेसवार्ता करके उनके कुछ सवालो का जवाब दे, जिसमें वे बताये कि डीएचएपफएल मे निवेश का अनुमोदन कब हुआ, कब हस्ताक्षर किया गया, मार्च 2017 के बाद से दिसंबर 2018 तक किन किन तारीखों मे निवेश किया, अब तक डीएचएपफएल से हुए पत्राचार, डीएचएपफएल की ओर से कौन लोग बात कर रहे थे, इसे सार्वजनिक किया जाए। आखिर भाजपा को सबसे ज्यादा व्यक्तिगत चंदा देने वाले वधावन की निजी कंपनी डीएचएपफएल को ही नियमों को ताक पर रखते हुए कर्मचारियों की जीवन की पूंजी क्यों सौंपी गई। क्या उर्जा विभाग में हजारों करोड़ रुपये के संदिग्ध सौदे छोटे स्तर के अधिकारी कर लेते हैं और उन्हें खबर नहीं होती, सरकार के खजाने को इस प्रकार क्यो लुटाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ईओडब्ल्यू ने अभी तक विजिटर बुक क्यों नहीं सील की है। इसका मतलब यह है कि कहीं न कहीं गडबड जरूर है। प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष पंकज मलिक ने कहा कि कांग्रेस द्वारा उठाये गये इन सवालो का यदि सरकार जवाब नहीं देती तो माना जायेगा कि यह सरकार भ्रष्टाचार में लिप्त है और मंत्री से लेकर अध्किारी तक सब लोग अपनी जिम्मेदारियों से बच रहे है। उन्होंने कहा कि इन सात सवालो का जवाब दिया जाये। उर्जा मंत्री की बौखलाहट बता रही है कि दाल में कुछ काला है।