शुकतीर्थ में हुआ आस्था का संगम, तम्बुओ का बना शहर
(काज़ी अमज़द अली)तीर्थनगरी शुकतीर्थ में चल रहे कार्तिक पूर्णिमा गंगा स्नान मेले में दूर दराज क्षेत्रों से श्रद्धालु भैंसा बोगी, ट्रैक्टर ट्रॉलियों आदि से मेले में पहुंच रहे हैं और ठहरने के लिए तंबुओं के अस्थायी डेरे बना लिए हैं। श्रद्धालु विभिन्न मंदिरों में पूजा अर्चना प्रसाद चढ़ाकर मन्नतें मांग रहे हैं। वहीं मेले के बाजारों में सामान खरीदने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ भी बढ़ने लगी है।जिला पंचायत द्वारा प्रत्येक वर्ष आयोजित मेले में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ने लगा है। भारी संख्या में श्रद्धालु तीर्थनगरी में पहुँच रहे हैं। श्रद्धालुओं ने ठहरने के लिए तंबुओं के अस्थायी डेरे बना लिए हैं। तीर्थनगरी के मार्गों में श्रद्धालुओं की भीड़ चल रही है।
श्रद्धालु गंगा घाट पर स्नान करने के बाद शुकदेव आश्रम, हनुमद्धाम, गणेश धाम, शिव धाम, दुर्गा धाम, मां पीतांबरा धाम विभिन्न मंदिरों के दर्शन कर भक्ति भाव से प्रसाद चढ़ा रहे हैं। प्राचीन अक्षय वट वृक्ष की परिक्रमा कर धागा बांधकर मनोकामना मांगने वाले श्रद्धालुओं का भी तांता लगा हुआ है। गंगा घाट पर शाम को आरती के समय हर हर गंगे के जयघोष से नगरी का वातावरण गंगामय हो जाता हैं। गंगा घाट पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के चलते पुलिस बल तैनात की गई है। महिला घाट पर महिला पुलिस बल लगाया गया है। कारगिल शहीद स्मारक व शिक्षा ऋषि स्वामी कल्याणदेव की समाधि पर भी श्रद्धालुओं ने पुष्प अर्पित कर नमन किया। वहीं, शुकदेव पीठ में प्राचीन अक्षय वट वृक्ष की परिक्रमा कर धागा बांधने वाले श्रद्धालुओं की भी दिन भर भीड़ लगी रही। मेले में आए श्रद्धालु अपने अपने डेरों में अनेक प्रकार के व्यंजन बना रहे हैं। क्षेत्राधिकारी भोपा राममोहन शर्मा के निर्देशन में प्रभारी निरीक्षक एमएस गिल व मेला कोतवाल यशपाल सिंह ने पुलिस फोर्स के साथ श्रद्धालुओं के वाहनों व तंबुओं की तलाशी ली।