सरधना में घुटने का प्रथम सफल ऑपरेशन


सरधना के हिमालया हॉस्पिटल ने  रचा इतिहास। पहली बार हॉस्पिटल में हुआ घुटना  बदलने का सफल ऑपरेशन। कुशल चिकित्सकों की देखरेख में आयुष्मान भारत कार्यक्रम के अंतर्गत निशुल्क बदला गया घुटना। हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉक्टर ओंकार पुंडीर ने बताया के सर्वप्रथम भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई ने दर्द के चलते विदेश में जाकर घुटना बदलवाया था। उस समय इस प्रक्रिया को बहुत जटिल माना जाता था। धीरे धीरे इसका इलाज हमारे देश में भी उपलब्ध हुआ और बड़े-बड़े हॉस्पिटलों में घुटना रिप्लेसमेंट का ऑपरेशन होने लगा। लेकिन बहुत महंगा था।परंतु  आज हिमालय हॉस्पिटल ने सरधना जैसी जगह पर इस ऑपरेशन को करा कर बहुत बड़ी कामयाबी हासिल की है। हिमालय हॉस्पिटल में आज आंख और हड्डियों से जुड़ी किसी भी जटिल बीमारी का इलाज महंगी और आधुनिक मशीनों द्वारा किया जाने लगा है। कुल्हा  एवं घुटना प्लेसमेंट प्रदेश के जाने-माने ,,डॉक्टर सागर तोमर। एमएस ऑर्थोपेडिक सर्जन,,के द्वारा तथा आंखों का सभी प्रकार का ऑपरेशन जानी मानी नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉक्टर द्वारा किया जाता है। डॉक्टर  सागर तोमर ने बताया की  उम्र के साथ-साथ घुटनों की बीमारियां अधिकार लोगों में पाई जाती हैं आज के भागदौड़ के इस समय में यह बीमारी और ज्यादा बढ़ गई है इस ऑपरेशन में मरीज को तीन से 4 चार दिनों तक एडमिट रहना होता है उसके बाद मरीज चलने फिरने के लायक हो जाता है लगभग 25 से 30 दिन के बीच टांके निकाल दिए जाते हैं हिमालय हॉस्पिटल में प्रथम मरीज सूरजभान पुत्र छोटेलाल आयु 55 वर्ष ने बताया कि मुझे एक पैर में घुटने की बहुत अधिक समस्या हो गई थी लेकिन मैं ,,नी प्लेसमेंट,, को लेकर उसकी कामयाबी पर चिंतित था। लेकिन जिस सफलता और लगन के साथ डॉक्टर सागर तोमर ने मेरा ऑपरेशन किया है वह काबिले तारीफ है। बताते चलें यह ऑपरेशन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चलाई गई भारत आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत हुआ है।इस ऑपरेशन में मरीज से किसी भी प्रकार का कोई शुल्क हॉस्पिटल ने नहीं वसूला है.


अहमद हुसैन
 ट्रू स्टोरी


Popular posts from this blog

मदरसों को बंद करने की रची जा रही साजिश.. जमियत ने नोटिसो को बताया साजिश

गंधक व पोटाश मिलाते समय किशोर की मौत

श्री द्रोणाचार्य पी जी कॉलेज दनकौर के इतिहास विभाग द्वारा किया गया नवाचार