मुज़फ्फरनगर व शामली में प्रदूषण ने मुश्किले बढाई

 


 प्रदेश भर में मुज़फ्फरनगर व शामली अधिक प्रदूषण की चपेट में पाया गया था। जो जनपद वासियो के लिए निराशजनक सन्देस है। वायु प्रदूषण के कारण आंखों में जलन व गले मे खरास होना आम बात है।और चिंता का विषय है। जिस पर प्रशासन पूरी तरह अलर्ट नजर आ रहा है। जनपद में रविवार शाम 6 बजे से प्रदूषित धूंध का आगाज शुरू हुआ जो पूरी तरह से फेल गया। जिससे आंखों में जलन महसूस हो रही है। सड़क पर घनी धूंध के कारण दूर तक देख पाना मुश्किल था। जिस कारण वाहनों की रफ्तार भी थमती नजर आई। इसके अलावा मॉर्निंग वॉक पर जाने वाले लोगो को मास्क पहनते हुए देखा जा रहा है। जो जरूरी है। 
ये धुंध का वह रूप है। जो विजिबिलिटी कम करता है। मगर जो पानी के कणों के घनत्व नही अपितु धूल और प्रदूषण कणों का वातावरण में छाया हुआ है। इसे फोग और स्मोक का मिश्रण कह सकते है। इस प्रदूषण के पीछे धूल सबसे अधिक जिम्मेदार होती है जो वाहन चालक तेजी से वाहन को कच्चे में दौड़ा कर आगे निकल जाते हैं वह पीछे जो धूल छोड़ते हैं वह सबसे ज्यादा हानिकारक होती है। बढ़ते प्रदूषण से बचाव के लिए गुड खाएं और देर तक चूसते रहिए। प्यास लगने पर गर्म पानी का सेवन करें। घर से बहुत कम बाहर निकले अगर निकलते है। तो मास्क पहनकर निकलिए। जब तेज हवाएं चलेंगी। वर्षा होगी तभी प्रदूषण से छुटकारा मिलेगा।


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