अनिल शर्मा मवाना : फलावदा थाना क्षेत्र के गांव सकौती में रविवार की रात 14 साल के वरदान पुत्र युद्धवीर सिंह उर्फ गुड्डू की मौत हो गई। दीपावली के मौके पर रविवार दोपहर दो बजे किशोर वरदान बाजार से गंधक व पोटाश लाया और उसे इमामजस्ते में मिलाकर कूटने लगा। अचानक तेज विस्फोट हुआ और वरदान गंभीर रूप से घायल हो गया। मेरठ के एक निजी अस्पताल में उसे भर्ती कराया गया लेकिन इलाज में हुई लापरवाही के चलते रविवार रात में तीन बजे वरदान की मौत हो गई। गांव सकौती के प्रधान ईश्वर सिंह ने बताया कि उनका भतीजा रविवार को पोटाश व गंधक को मिला रहा था, अचानक हुए विस्फोट से वह गंभीर रूप से घायल हो गया। रविवार दोपहर तीन बजे उसे अस्पताल ले गये, जहां पर रात तक उसका इलाज शुरू नहीं हो पाया। रात को तीन बजे उसने दम तोड़ दिया। उन्होंने बताया कि रात को अस्पताल में विधायक अतुल प्रधान व पूर्व विधायक योगेश कुमार पहुंचे। अस्पताल प्रशासन से बात की लेकिन कोई सही जवाब नहीं दे सका। -
मुज़फ्फरनगर मे रविवार को फारूक मॉडर्न पब्लिक स्कूल में मदर्स डे का प्रोग्राम बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया गया जिसमें नन्हे मुन्ने बच्चों ने शानदार प्रस्तुति देकर माताओं और मेहमानों का मन मोह लिया।प्रोग्राम की शुरुआत जुवेरिया ने तिलावत कलाम पाक से की । उसके बाद मिस्बाह ग्रुप ने मेरी प्यारी मां.. गीत पर प्रस्तुति दी मरियम ग्रुप ने ऐसा क्यों माँ.. और फहीम ग्रुप ने माँ मैं तेरा लाडला... गाने पर डांस प्रस्तुत करके सबको भावुक कर दिया, इसके अलावा लोरी लोरी..गीत पर अमीरा ग्रुप ने और मेरी प्यारी अम्मी.. पर आयशा ग्रुप ने शानदार प्रस्तुति देकर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया तथा लुका चुप्पी गाने पर मंतशा, अन्हा और रजिया ने शानदार प्रस्तुति से सबको बचपन की यादों मे पहुंचा दिया । इस अवसर पर माताओं के लिए गेम्स व टास्क कराए गए जिसमें विनर माताओं को गिफ्ट देकर सम्मानित किया गया । मुख्य अतिथि जैनबिया गर्ल्स इंटर कॉलेज किदवई नगर की प्रधानाचार्या मोहतरमा बिनते हसन जैदी ने माताओ से अपील की कि वे अपने बच्चों की बेहतरीन परवरिश करके साबित करें कि उनके कदमों के नीचे जन्नत है और विशिष्ट अतिथि डॉक्टर तबस्सुम साहिबा
मुजफ्फरनगर । उर्दू टीचर्स वेलफेयर एसोसिएशन के पूर्व जिला अध्यक्ष एवं बेसिक शिक्षा विभाग के जूनियर हाईस्कूल सिखेड़ा के प्रधानाध्यापक हाजी शोएब अहमद कुरैशी के इंतकाल से रंजोगम की लहर दौड़ गई। उनकी मृत्यु की खबर पूरे क्षेत्र में जंगल की आग की तरह फैल गई और उनके रिश्तेदार, मित्र और विभाग से जुड़े शिक्षक उनके आवास योगेन्द्रपुरी पर बड़ी संख्या में पहुंचने लगे। उनके पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव मौजा बिहारी ले जाया गया जहां अस्र की नमाज के बाद उनका अंतिम संस्कार किया गया। इस मौके पर उर्दू टीचर्स वेलफेयर एसोसिएशन मुजफ्फरनगर और उर्दू विकास संगठन के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के अलावा कई शिक्षक मौजूद रहे। जिसमें मास्टर रईसुद्दीन राणा, मास्टर शहजाद अली, कलीम त्यागी, तहसीन अली, डॉ. फारुख हसन, मास्टर रियाज अली, हाजी फसीहुद्दीन, मास्टर ओसाफ अहमद, मास्टर नदीम मलिक, मास्टर अरशद अली, मास्टर अखलाक अहमद, मास्टर इम्तियाज अली, मास्टर शाहबाद अली, मास्टर इरशाद सलमानी, डॉ. सलीम सलमानी, शमीम अहमद कसार, बदरुल जमां खान, हाजी शकील अहमद, हुसैन अहमद त्यागी, चौधरी तराबुद्दीन, डॉ. अकील अहमद, नफीस आजाद, हकीम मुहम