दूसरों के लिये सज़ा तो अपने लिये मज़ा,बैंक शाखा ने उडाई विधवा के खाते से ढाई लाख की रकम,एक वर्ष से बैंक के चक्कर लगा रही विधवा,SBIशाखा प्रबन्धक ने सरेआम विधवा को दुत्कारा

Kazi amzad ali



 ककरौली स्थित भारतीय स्टेट बैंक की शाखा का बदनामी से रिश्ता छूटने का नाम नहीं ले रहा है। आए दिन भ्रष्टाचार के मामले बैंक शाखा को बदनामी के गर्त में धकेल रहे हैं। दूसरी ओर शाखा के अधिकारियों का रवैय्या बैंक की तानाशाही की दास्तान बयां कर रहा है। पति की सडक दुर्घटना में मौत के बाद आश्रित को मिली सहायता राशि को हडपने का कार्य शाखा ने कर डाला है। हडप की गयी ढाई लाख की रकम के लिए विधवा एक वर्ष से बैंक शाखा के चक्कर काट रही है। सोमवार को शाखा प्रबन्धक ने विधवा के साथ सरेआम दुर्व्यवहार करते हुए शाखा परिसर से खदेड दिया। महिला ने उच्चाधिकारियों से अपनी गुहार लगायी है।
जनपद मुज़फ्फरनगर के थाना ककरौली क्षेत्र के ग्राम बेहडा सादात निवासी महिला सलमा ने बताया कि डेढ वर्ष पूर्व उसके पति 36 वर्षीय दिलशाद की बेहडा सादात में सडक दुर्घटना में मौत हो गयी थी। मृतक के आश्रितों को पांच लाख की सहायता राशि का चैक प्राप्त हुआ था, जिसे उसने ककरौली स्थित बैंक शाखा में अपने खाते में जमा कर दिया था। सलमा ने अपने खाते से एक लाख दस हजार की रकम को एकमुश्त निकाला तथा एक लाख चालीस हजार की रकम को जरूरत के हिसाब से निकाला। सलमा के होश उस समय उड गये जब उसके खाते से ढाई लाख की रकम को एक साथ निकाल लिया गया। विधवा सलमा ने पासबुक में एन्ट्री कराई तो जानकारी मिली कि ढाई लाख की रकम को मोहित नामक व्यक्ति के खाते में ट्रांसफर किया गया है। मोहित बैंक के चर्चित दलाल मनोज का भाई बताया गया है। ढाई लाख की रकम गायब हो जाने से विधवा सलमा को भारी मानसिक आघात लगा। पिछले एक वर्ष से अपनी रकम को वापस पाने के लिए सलमा बैंक शाखा के लगातार चक्कर काट रही है। हद तो तब हो गयी जब सोमवार को शाखा प्रबन्धक ने विधवा सलमा को एक साल पुराना मामला बताकर दुत्कार दिया। सलमा के पांच छोटे छोटे बच्चे हैं तथा वह बूढे ससुर के साथ मेहनत मजदूरी कर अपने परिवार की आजीविका को किसी प्रकार से चला पा रही है। शाखा प्रबन्धक जगदीश प्रसाद ने बताया कि शाखा में उनकी तैनाती से पहले अनेक भ्रष्टाचार के मामले हैं। दर्जनों खाताधारकों के पैसे जांच के उपरान्त वापस आ गये हैं। सलमा के पैसे भी जांच के बाद वापस आ जाएंगे। पुराने मामलों को लेकर ग्राहक उनके कार्यालय में आकर फिजूल ही चक्कर काट रहे हैं।अपने द्वारा दिये गये कर्ज़ पर ब्याज की मोटी रकम वसूलने वाले बैंक के नियम अपने लिये कुछ ओर तो ग्राहकों के लिये अलग हैं ग्राहकों के लिये सज़ा तो अपने लिये मज़ा उसपर अधिकारियों का अभद्र व्यवहार जले पर नमक की भाँति ही है।शाखा प्रबन्धक द्वारा विधवा के साथ किये गये दुर्व्यवहार को लेकर ग्रामीणों ने भारी रोष प्रकट करते हुए बताया कि अनेकों ग्राहकों के लाखों रूपये वर्षों से गायब हैं। शाखा प्रबन्धक जांच की बात बताकर टाल देते हैं। सलमा ने उच्चाधिकारियों से पैसे वापस दिलाने की गुहार लगायी है। इस मौके पर सानोज कुमार, शाहरोज, दानिश, मुहर्रम, शहजाद, अकरम, राजेन्द्र कुमार, कपिल कुमार आदि मौजूद रहे।


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