आठ अर्बन पीएचसी हुई कंप्यूटर से लैस ,रजिस्ट्रेशन से लेकर दवा देने तक का काम ऑनलाइन  



नोएडा। निजी अस्पतालों की तर्ज पर अब प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में भी मरीजों का ई-रजिस्ट्रेशन होगा। इसके लिए शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी) को ई-पीएचसी में तब्दील गया है। महानगर में पहले चरण में 8 पीएचसी को ई-पीएचसी में तब्दील करने का काम पूरा हो चुका है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. अनुराग भार्गव ने बताया हर पीएचसी में चार कंप्यूटर लगाए गए हैं। इसके अलावा सभी केंद्रों में बायोमेट्रिक मशीनें भी लगाई गयी हैं।
सीएमओ ने बताया ई-रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था लागू होने के बाद एक बार जो मरीज अपना रजिस्ट्रेशन करा चुका होगा, उसे अगली बार अस्पताल जाने पर केवल अपना मोबाइल नंबर बताना होगा। मरीज की पूरी कुंडली कंप्यूटर के स्क्रीन पर होगी। बायोमेट्रिक मशीन लगने से यह फायदा होगा कि पीएचसी में मरीज खुद ही अपना रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे। यानी कोई फर्जी रजिस्टे्रशन नहीं किया जा सकेगा।
सीएमओ ने बताया शासन स्तर से स्वास्थ्य विभाग को हाईटेक करने की कवायद में जिले की 8 अर्बन पीएचसी को ई-पीएचसी बनाया गया है । सभी पीएचसी पर कंप्यूटर लगा दिये गये हैं। यह कंप्यूटर शासन ने उपलब्ध कराए हैं। उन्होंने बताया सरकार का प्रयास पूरे सिस्टम में पारदर्शिता लाने का है। इसके अलावा मरीजों और उन्हें दिए गए उपचार का डाटा फीड होने से सरकार को स्वास्थ्य सेवाओं की पूरी जानकारी रहेगी।
सीएमओ ने बताया एक कंप्यूटर चिकित्सक के पास, दूसरा कंप्यूटर फार्मासिस्ट और तीसरा डाटा ऑपरेटर के पास रहेगा, जबकि एक कंप्यूटर से पीएचसी में आने वाले मरीजों का रजिस्ट्रेशन किया जाएगा।
जिला कार्यक्रम प्रबंधक मंजीत कुमार ने बताया कासना, बरौला, सदरपुर, टिगरी, भंगेल, सूरजपुर रायपुर व चिपियाना की पीएचसी ईपीएचसी में तब्दील हो चुकी हैं। यहां डाक्टर, स्टाफ नर्स, फार्मासिस्ट व लैब टेक्नीशियन को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। प्रायोगिक तौर पर काम शुरू हो गया है। अब केवल प्रिंट निकालने कर मरीज को देने का काम रह गया है। इसे भी जल्द पूरा कर लिया जाएगा। इसी माह सभी पीएचसी में आनलाइन काम शुरू हो जाएगा।


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