आखिर क्यों आत्महत्या करने निकल गया मुज़फ्फरनगर का रहने वाला इंटरनेशनल शूटर, फिर क्या हुआ??????

मुज़फ्फरनगर।अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम चमकाने वाले निशानेबाज राजीव मलिक अपनी पीडा लेकर डीएम कार्यालय पहुंचे। पीडा यह थी कि वह कई अन्तर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करना चाहते थे, लेकिन उनकी पारिवारिक स्थिति ऐसी नहीं थी कि वह उपकरण खरीद सके, जिसके चलते मानसिक तनाव हो गया और उसने उपकरण खरीदने में 25 लाख का कर्ज भी कर लिया। हालत इतनी बिगड गई कि कर्ज नहीं उतर पाया और अब वह आत्महत्या के लिये घर से निकल गया। यहां पहुंचे राजीव मलिक की हालत ऐसी थी कि वह अपनी बात कहते हुए गिरकर बेहोश हो गये। फुगाना निवासी अंतर्राष्ट्रीय शूटर राजीव मलिक अपने दो पेज के लिखित प्रार्थना पत्र के साथ डीएम से मिले, जिसमें कहा गया कि डिप्रेशन के चलते वह दो दिन पहले घर से निकल गया था, जिन लोगों से उसने कर्ज लिया था, वह उस पर पैसा वापसी के लिये दबाव बना रहे है। शर्मिंदगी इतनी होती है कि मन करता है कि आत्महत्या कर ले। वर्ष 2014 में उसका चयन पैरा एशियाई खेलों के लिये हुआ था, लेकिन वह प्रतिभाग नहीं कर पाया, उसके बाद 2016 में उसने कर्ज लेकर उपकरण खरीदे और तैयारी की।
 उसका चयन अमेरिका में होने वाले वल्र्ड कप के लिये हुआ, लेकिन यह खुशी कुछ समय के लिये ही थी। जब वह अमेरिका पहुंचा, तो उसकी दो रायपफल व अन्य खेल सामग्री एयरलाईन्स की लापरवाही के चलते गुम हो चुकी थी, ऐसे में वक्त की मार थी कि उसे वल्र्ड कप में प्रतिभाग किये बिना रोते हुए खाली हाथ लौटना पडा। उसे कोई रास्ता दिखाई नहीं दिया, उसके हाथ से ओलम्पिक निकल गया और बडा कर्ज हो चुका था।
2017 में यूएई में होने वाले वर्ल्ड कप के लिये उसका चयन हुआ, 2018 में वल्र्ड शूटिंग चैम्पियनशिप आस्टेलिया में उसे क्वालिफाई किया गया, लेकिन उसके पास खेल के लिये उपकरण ही नहीं थे। 4/4/ 2018 को उसने मुजफ्फरनगर के DM से  मांग की, तो उन्होंने कुटेशन मांगी, लेकिन डीएम के स्तर से भी उसे निराशा ही मिली। अब उसने कर्ज लेकर उपकरण खरीदे और खेल में कैरियर बनाना चाहा, ऐसे में कैरियर तो बना नहीं, बल्कि कर्ज जरूर हो गया। डीएम से मिलकर अंतर्राष्ट्रीय खिलाडी राजीव मलिक ने उपकरण दिलाने व कर्जा उतरवाने की मांग की है। उसका कहना था कि यदि उसकी मदद नहीं हुई, तो वह जान भी दे सकता है।


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