उर्दू प्रेमी डॉ.लाल बहादुर को शहीद देव नारायण पांडे सम्मान, UDO के नेशनल प्रेजिडेंट ने किया ऐलान
नई दिल्ली। उर्दू डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ सैयद अहमद खान ने बताया है कि उर्दू भाषा को उसका जायज और कानूनी हक दिलाने की लड़ाई लड़ते हुए शहीद हुए पंडित देव नारायण पांडे की याद में एक पुरस्कार देने का फैसला किया गया है।संगठन द्वारा लिए गए फैसले की जानकारी मीडिया को उपलब्ध कराते हुए UDO के मुजफ्फरनगर जिला कॉर्डिनेटर तहसीन अली ने बताया कि आर्गेनाइजेशन की तरफ से आयोजित होने वाले विश्व उर्दू दिवस समारोह में यह सम्मान डॉक्टर लाल बहादुर को प्रदान किया जाएगा। तहसीन अली ने बताया कि डॉक्टर लाल बहादुर ने उर्दू भाषा को संवैधानिक हक दिलाने के लिए लंबी लड़ाई लड़ी थी। उन्हें 2014 में उस समय कामयाबी मिली थी जब सुप्रीम कोर्ट ने उर्दू भाषा के हक में फैसला सुनाया था.डॉक्टर खान ने बताया कि उर्दू भाषा के विकास उत्थान के लिए पंडित देव नारायण पांडे ने जीवन भर प्रयास किया है। उन्हीं के प्रयासों की बदौलत ही हमारे देश में उर्दू भाषा को मान सम्मान प्राप्त हुआ है। उर्दू पंडित देव नारायण पांडे ने उर्दू भाषा को संवैधानिक दर्जा दिलाने के लिए हर संभव प्रयास किया और वह प्रयास करते हुए शहीद हो गए थे। उन्होंने बताया कि उन्हीं की याद को ताजा करने के लिए और उन्हें मान-सम्मान और श्रद्धांजलि देने के लिए आर्गेनाइजेशन की तरफ से इस पुरस्कार की घोषणा की गई है। उन्होंने बताया कि पहला पुरस्कार उर्दू भाषा के जायज हक लिए जीवन भर प्रयत्नशील रहे डॉक्टर लाल बहादुर को देने का फैसला लिया गया है। उन्होंने बताया कि डॉ लाल बहादुर ने उर्दू को संवैधानिक दर्जा दिलाने के लिए सर्वोच्च न्यायालय में लड़ाई लड़ी और उन्हें 2014 में कामयाबी हासिल हुई थी। डॉक्टर खान ने बताया कि उन्हें डॉक्टर लाल बहादुर को यह सम्मान देने की घोषणा करते हुए खुशी महसूस हो रही है। बता दें कि हर वर्ष अल्लामा इकबाल के जन्मदिवस 9 नवंबर के दिन भारत सहित दुनिया भर में उर्दू दिवस समारोह का आयोजन किया जाता है। इस वर्ष भी सम्मेलन आयोजित किया जाएगा इसमें डॉक्टर लाल बहादुर के अलावा उर्दू भाषा के विकास और उत्थान के क्षेत्र में काम करने वाली विभिन्न हस्तियों को सम्मानित किया जाएगा।