भूमाफियाओं का अड्डा बन चुका
उन्नाव सफीपुर तहसील व थाना फतेहपुर 84 के अन्तर्गत बहुचर्चित चौराहा ,,तकिया चौराहा बना भूमाफियाओ व अतिक्रमण कारियों का मुख्य अड्डा !
जहां एक तरफ सरकारी ही नाले को पाटकर इमारत खड़ी कर दी गई वही दूसरी ओर अतिक्रमण धारियों व भू माफियाओं का जबरदस्त कबजा बारिश होते ही सड़के तालाब बन जाती है और यहाँ टू व्हीलर गाड़ी निकलना तो दूर रहा पैदल गुजरने वाले राहगीर को निकलना भी दुश्वार हो जाता है...
जहाँ पी डब्लू डी की घोर लापरवाही नजर आ रही है " चाहे वो पी डब्लू डी की भूमि में अतिक्रमण हटवाने की बात हो य सडक निर्माण, मरम्मत हो " मुख्य चौराहे पर अतिक्रमण के कारण हो रहा जल भराव जिस कारण स्कूली बच्चो व यात्रियों का निकलना हो रहा दुश्वार ! अनेकों छात्र, छात्राएँ चोटिल हो चुके हैं! किन्तु पी डब्लू डी व राजस्व विभाग सफीपुर के कानों में रूई की ठेठी व आखों पर काला चश्मा लगा हुआ है । क्यो कि इनके बच्चे व परिवार सुरछित हैं, जंता मरे इनके ठेंगे से ! सी एम व पी एम के आदेश इनके लिए कोई माएने नहीँ रखते । जिस समस्या के प्रति अनेकों शिकायती पत्र आम जंता व ग्राम अध्यक्ष के द्वारा तहसील दिवस से लेकर जिलाधिकारी उन्नाव तक को दिये गये ।किन्तु चढावा के आगे आज तक कानूनी कार्यवाही डंढे बस्ते में डाल दी जाती हैं ।
यदि मंडल स्तर से गोपनीय जाँच करा दी जाए तो तहसील व जिला स्तर पर दबाई गयीं शिकायतें बोतल के जिन्न " की तरह बाहर आती दिखाई देने लगेंगी ।
ग्राम पतौली की गाटा सं0 525, व 542 जो एक बीघा आठ बिस्वा सरकारी तालाब होने के बाद भी आज तक भूमाफियाओ से मुक्त नहीँ करा पायी , तहसील सफीपुर व जिला कमेटी ! क्या करेगे सरकारी विभाग ??
योगी जी विभागों के प्रति न्यायिक आदेश करके क्यो अपना अपमान खो रहे है !! आपकी विभागीय मशीनरी फेल है ! जैसे उन्नाव जिले का पूरा प्रशासन आपके आदेशों की अवहेलना करने की कसम जैसी खा रखी है !
यदि उक्त सरकारी तालाब की भूमि सं0 = 525 , 542 की गोपनीय जाँच कमेटी के द्वारा जाँच करा दी जाए तो मकडजाल का पर्दा फाश होते हुए ग्राम से लेकर तहसील स्तर तक अनेकों चेहरे आईना हो जाएंगे ।
इस जिले में पैसे के आगे आपके नियम कानून सब किनारे कर दिये जाते हैं।वफादार टीम विभागीय हस्ताक्षर युक्त भ्रष्टाचार,सरकारी खजाने में भरने में लगे हुए है जहां आदेशों की धज्जियां उड़ाई जा रहीं हैं।
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ जी अब देखने वाली बात यह होगी इस जिले में आपके आदेशों का कब पालन होता है यह एक बड़ा सवाल है।