अनस नसीर इंटर काॅलेज में धूमधाम से मना सर् सय्यद डे
मुज़फ्फरनगर। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के उर्दू विभागाध्यक्ष डाॅ. असलम जमशेदपुरी ने कहा कि सर सय्यद अहमद खान को उनकी यौम ए पैदाईश पर सबसे बडी खिराज ए अकीदत यही होगी कि उनके द्वारा जो मिशन चलाया गया था, उसे आगे बढाया जाये। तालीमी दरसगाहे खोलने और उन्हें चलाने से कौम को फायदा होगा, यहां जो अशिक्षा है, उसे दूर किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि सर सय्यद का यही मिशन था कि पूरे विश्व में शिक्षण संस्थानों की स्थापना हो और उनका संचालन भी लगातार चलता रहे, क्योंकि शिक्षण संस्थाएं हमेशा जिंदा रहती है, इंसान आते-जाते रहते है।
अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय के संस्थापक सर सय्यद अहमद खान की यौमे पैदाईश पर कृष्णापुरी स्थित अनस नसीर इंटर काॅलेज में आयोजित कार्यक्रम में डाॅ. असलम जमशेदपुरी ने कहा कि मिशन का खास मकसद सर सैयद के नजरयात, कारनामे व अमली कोशिशों को छात्रा-छात्राओं तक पहुंचाना है। सर सैयद की गिनती कौम के उन गिने-चुने रहबरों में होती है, जिन्होंने अपने अमल से पूरी दुनिया को प्रभावित किया है। सर सैयद अहमद खान हिन्दुस्तान की जदीद तालीम व तकनीकी शिक्षा के प्रबल समर्थक थे। लायबा एजुकेशनल सोसायटी एवं हनीफ मैमोरियल एजुकेशनल एण्ड वैलफेयर सोसायटी द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में छात्रा-छात्राओं ने क्विज प्रतियोगिता में भाग लिया। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के उर्दू विभाग के संयोजन में आयोजित कार्यक्रम में सर सैयद क्विज में चार दर्जन से अध्कि बच्चों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए प्रश्नों के उत्तर दिये। यहां उर्दू डवलपमेंट आॅर्गेनाइजेशन के कन्वीनर तहसीन अली ने कहा कि सर सैयद अहमद खान के बताये हुए रास्ते पर यदि चला जाये, तो कौम तरक्की की राह पर आगे बढ सकती है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता मशहूर शायर डाॅ. तनवीर गौहर ने की व संचालन तहसीन अली ने किया। यहां यूडीओ से बदर खान, शमीम कस्सार, डाॅ. शमीम सलमानी, हृयूमिनिटी वैलपफेयर सोसायटी के अध्यक्ष शाहवेज खान, समाजसेवी अल्ताफ मशल, जिया सिद्दीकी, नफीस अंसारी, उर्दू टीचर्स वैलपफेयर एसोसिएशन के प्रदेश उपाध्यक्ष रईसुद्दीन राणा, काॅलेज के प्रधानाचार्य हाजी जमीर अहमद, अनस नसीर, शादा नसीर, कारी शाहिद हुसैनी, नेहा नसीर, शिक्षक रूबीना कुरैशी, ईशा, गुलफ्शा, अलीना, राजीव राणा, शुमायला, मोनिका, विपिन मलिक, मिथलेश, मीनू, अन्नापूर्णा आदि का योगदान रहा। इससे पूर्व यहां काॅलेज की खुशनुमा, हिना, शुमायला, सानिया, शीबा, अनम, रूबिया, तानिया, शबनूर, शादाब, रिहान, साहिल, फराज, समीर , लायबा गुलफ़ाम, बुशरा गुलफ़ाम व उवैश को सम्मानित किया गया।
رسید مشن18برسوں سے شعبہ اردو چودھری چرن سنگھ یونیورسٹی کی قیادت میں پورے مغربی اترپردیش میں جاری ہے اس مشن کا خاص مقصد سرسیدکے نظریات کارنامے اور عملی کوشش کو عوام اور خصوصا طالب علموں تک پہنچانا ہے سرسید کا شمارہ دنیا کے چنندہ مصلح قوم میں ہوتا ہے جنہوں نے اپنے نظریات اور عمل سے پوری دنیا کو متاثر کیا ہے سرسید ہندوستان کی جدید تعلیمی پالیسی کے حامیوں میں سے ہیں وہ جدید اور ٹیکنیکل تعلیم کے حامی تھے آج مظفرنگرقدوائی نگر کے انس نصیر انٹرکالج میں ماہر تعلیم سرسید احمد خان کے یوم پیدائش 17 اکتوبر کے موقع پر حنیف میموریل ایجوکیشنل اینڈ ویلفیئر سوسائٹی اور لائبہ ایجوکیشنل سوسائٹی کے باہمی اشتراک سے انس نصیر انٹر کالج میں یوم سرسید کا انعقاد کیا گیا جس کی نظامت تحسین علی اسار وی نے کی جبکہ صدارت مظفرنگر کے استاد شاعرڈاکٹر تنویر گوہر نے کی اس موقع پرمیرٹھ سے تشریف لائے چودھری کہ پروفیسر اسلم جمشید پوری نےکہا کہ سرسید احمد خاں ہندوستان کو ایسا ملک بنانا چاہتے تھے جہاں قومی ہم آہنگی ہو ہندو مسلم سکھ عیسائی امن و سکون سے زندگی بسر کر سکیں اور ہندوستان دنیا کے ترقی یافتہ ممالک میں شمار ہو سکے اس کے لیے انہوں نے ادارہ سازی کی تحریک چلائی نہ صرف مدارس کا بلکہ کالج کا قیام کیا بلکہ دیگر علوم جدیدیت کی شروعات کی تھی تحسین علی اسا روی نے کہا کہ سرسید کا سب سے بڑا پیغام ادارہ سازی ہے ادارے ہمیشہ زندہ رہتے ہیں انسان تو آتے جاتے رہتے ہیں یہ ادارے دراصل قوم و ملت کی ترقی و خوشحالی کے ضامن ہیں اور عزت و وقار کی علامت بھی سرسید کے مشن کو آگے بڑھانے کے لیے ہمیں تعلیمی درسگاہیں کھولنامعاشرے کی تعمیر و ترقی کے لیے سماجی خدمات کرنا اور مذہبی معاملات کے لیےقرآن و حدیث کا علم سیکھنا اور اس پر عمل کرنا ہے یہی ہمارا ان کے لیے بہتر خراج تحسین علی نےبتایا سرسید کی تعلیمات کو عوام تک پہنچانے کے مقصد سے یہ پروگرام کیا گیاہے اس موقع پر کالج کے طلباء و طالبات کے درمیان سرسید کوئز کا انعقاد کیاگیا کوئز میں حصہ لینے والے طلباء و طالبات کو انعام و اسناد سے نوازاگیااس تقریب میں مہمان خصوصی کی حیثیت سے شعبہ اردو کے پروفیسر اسلم جمشیدپوری، محترمہ ڈاکٹر شاداب علیم صاحبہ ،مفتی راحت علی صدیقی قاسمی ،محترم ارشد اکرام،قاری شاہد حسینی، وغیرہ نےشرکت کی