जमियत उलमा की बैठक मे शिक्षा विभाग द्वारा नियम विरुद्ध दिये जा रहे नोटिसो की निंदा की गई मुज़फ्फरनगर। जमियत उलमा की एक अहम मीटिंग मे मदरसों पर बिना वजह सरकारी शिकंजा कसे जाने को लेकर चर्चा हुई। ज़िला महासचिव कारी ज़ाकिर हुसैन क़ासमी के आवास पर संपन्न हुई बैठक मे मदरसों को बिना मान्यता प्राप्त विद्यालय बताकर बन्द कराने के सम्बंध में गौर ओ फिक्र किया गया। इस अवसर पर जमीयत उलमा उत्तर के सेक्रेटरी कारी जाकिर हुसैन ने कहा कि मुजफ्फर नगर में चलने वाले धार्मिक मदरसों मे निःशुल्क शिक्षा प्रदान की जाती है। इन मदरसों में कक्षाओं का भी आयोजन नही किया जाता है। ये मदरसे आज़ादी से भी पहले से चले आ रहे हैं। जो संविधान द्वारा प्रदत्त धार्मिक स्वतन्ता के मौलिक अधिकारों के तहत चलाये जाते हैं। इस प्रकार ये मदरसे विद्यालयों की श्रेणी में नहीं आते हैं , किन्तु इन मदरसों को कुछ दिन पूर्व से लगातार शिक्षा विभाग द्वारा नोटिस दिये जा रहे है। कि उक्त मदरसे मान्यता प्राप्त नहीं है। मदरसे तत्काल बन्द कर दिये जायें अन्यथा आप पर दस हज़ार रुपये प्रतिदिन के हिसाब से जुर्माना लगाया जायेगा । ये नोटिस शिक्षा विभाग
अनिल शर्मा मवाना : फलावदा थाना क्षेत्र के गांव सकौती में रविवार की रात 14 साल के वरदान पुत्र युद्धवीर सिंह उर्फ गुड्डू की मौत हो गई। दीपावली के मौके पर रविवार दोपहर दो बजे किशोर वरदान बाजार से गंधक व पोटाश लाया और उसे इमामजस्ते में मिलाकर कूटने लगा। अचानक तेज विस्फोट हुआ और वरदान गंभीर रूप से घायल हो गया। मेरठ के एक निजी अस्पताल में उसे भर्ती कराया गया लेकिन इलाज में हुई लापरवाही के चलते रविवार रात में तीन बजे वरदान की मौत हो गई। गांव सकौती के प्रधान ईश्वर सिंह ने बताया कि उनका भतीजा रविवार को पोटाश व गंधक को मिला रहा था, अचानक हुए विस्फोट से वह गंभीर रूप से घायल हो गया। रविवार दोपहर तीन बजे उसे अस्पताल ले गये, जहां पर रात तक उसका इलाज शुरू नहीं हो पाया। रात को तीन बजे उसने दम तोड़ दिया। उन्होंने बताया कि रात को अस्पताल में विधायक अतुल प्रधान व पूर्व विधायक योगेश कुमार पहुंचे। अस्पताल प्रशासन से बात की लेकिन कोई सही जवाब नहीं दे सका। -
ग्रेटर नोएडा ।श्री द्रोणाचार्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय दनकौर में इतिहास विभाग की ओर से ग्लिम्प्स ऑफ हिस्ट्री थीम पर केंद्रित कर पोस्टर-प्रेजेंटेशन का आयोजन किया गया। जिसमें इतिहास विषय के (बी ए) स्नातक स्तर के छात्र/छात्राओं ने बड़े मनोयोग से अपने पाठयक्रम पर आधारित ऐतिहासिक घटनाओ का प्रदर्शन दीवारों पर लगे बड़े-बड़े पोस्टरों के माध्यम से किया, सभी ने बड़ी ही उत्सुकता से इस नए ढंग की प्रदर्शनी मे हिस्सा लिया। छात्र-छात्राओं के इस बौद्धिक हुनर को देखने महाविधालय के सभी विभागों के शिक्षक बारी बारी से दिनभर आते रहे, विधार्थियों ने भी अपनी कक्षाओं के साथ साथ इस अकादमिक आयोजन का आनंद लिया, इतिहास विषय की पोस्टर प्रेजेंटेशन प्रदर्शनी में भारत के प्राचीन इतिहास उन तमाम विषयों को शामिल किया गया जैसे पाषाण युग के औजार, सिंधु सभ्यता का विस्तार, वैदिक काल की विदुषी महिलाऐं, प्राचीन विश्वविद्यालय, मौर्य साम्राज्य, चंद्रगुप्त मौर्य और अशोक महान एवं गुप्त काल का वैभव, हर्षवर्धन का उत्तर में विशाल साम्राज्य स्थापित करना, गुर्जर प्रतिहार वंश के प्रतापी शासक, मोहम्मद गोरी और पृथ्वीराज चौहान, मध्यकालीन