बच्चों को नेत्रहीनता से बचाने की कवायद, स्थापित किया आई सेंटर

 


सहारनपुर। ऑर्बिस ने सहारनपुर में बच्चों का नया आई सेंटर स्थापित किया है। इस चिल्ड्रंस आई सेंटर (सीईसी) की स्थापना डॉ. श्रॉफ चैरिटी आई हॉस्पिटल में की गई है।

डॉ. श्रॉफ चैरिटी आई हॉस्पिटल के सीईओ डॉ. उमंग माथुर का कहना है, सीईसी की शुरुआत से सामुदायिक स्तर पर बच्चों में आंख संबंधी विसंगतियों से प्रभावी रूप से निपटने के लिए एससीईएच और ऑर्बिस की प्रतिबद्धता सामने आती है। ऑर्बिस इंटरनेशनल के सीनियर वाइस प्रेजिडेंट, ग्लोबल प्रोग्राम्स डॉ. डोरिस मछारिया का कहना है, यह सीईसी सेकंडरी सेंटर में पहली सीईसी होने के कारण विशिष्ट है। यह आंखों की देखभाल में बाधाओं को दूर करेगा और आंखों की स्वास्थ्य-सेवा को समुदाय की पहुंच में उपलब्ध कराएगा। ऑर्बिस के भारत के कंट्री डायरेक्टर डॉ. ऋषि राज बोरा कहते हैं, यह पहल ऑर्बिस और डॉ. श्रॉफ चैरिटी आई हॉस्पिटल के लंबे समय से चली आ रही भागीदारी का प्रमाण है। साथ ही उस बदलाव को प्रमाणित करता है, जो मिल-जुलकर काम करने से लाया जा सकता है।

गौरतलब है, अभी तक 17 राज्यों में 33 सीईसी की स्थापना की जा चुकी है। यह दुनियाभर में सीईसी का सबसे बड़ा नेटवर्क है। इनके माध्यम से प्रतिवर्ष 10 लाख से अधिक बच्चों तक पहुंचा जाता है। डॉ. श्रॉफ चैरिटी आई हॉस्पिटल में स्थापित यह सीईसी सेकंडरी सेंटर में खोला गया पहला सीईसी है। उत्तर प्रदेश में यह चौथी सीईसी है। साल 2002 में ऑर्बिस ने अपने फ्लैगशिप कार्यक्रम इंडिया चाइल्ड हुड ब्लाइंडनेस इनिशिएटिव (आईसीबीआई) की शुरुआत की थी, जिसका उद्देश्य बच्चों में आंखों की देखभाल के क्षेत्र में भारत को सक्षम बनाना है।

2,60,000 से अधिक बच्चों तक पहुंचने का लक्ष्य

विशेष रूप से चिल्ड्रंस आई सेंटर की स्थापना के माध्यम से इस पहल द्वारा सेकंडरी हॉस्पिटल की क्षमता में सुधार और सेवा वितरण के विकास पर ध्यान दिया जाएगा। परियोजना अवधि के दौरान बच्चों की 450 सर्जरी के लिए सहायता दी जाएगी और 10,700 मुफ्त चश्मे देने का प्रावधान रहेगा। इस प्रकार 2,60,000 से अधिक बच्चों तक प्रत्यक्ष रूप से पहुंचा जा सकेगा।

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