अंतरा लगवाने वाली महिलाएं अपनी शंकाए केयरलाइन से सुलझाए  ० महिलाओं के प्रजनन स्वाास्थ्य में सुधार के  लिये अंतरा इजेक्शन की शुरूआत

Sanjay varma
  मेरठ । महिलाओं में प्रजनन स्वास्थ्य में सुधार लाने के लिये अंतरा गर्भ निरोधक इंजेक्शन की शुरूआत  की गयी है। महिलाओं ने इसे विकल्प के तौर पर चुना तो है पर किसी भी तरह  की समस्या होने पर सलाह लेने से अभी भी महिलाए बात करने से कतरा रही है। जबकि उनकी हर तरह की शंकाओं के  लिये स्वास्थ्य विभाग ने अंतरा केयरलाइन की शुरूआत  की है।
 परिवार नियोजन नोडल अधिकारी डा पूजा शर्मा ने बताया अंतरा केयरलाइन १८००-१०३-३०४४ के जरिए महिलाए इससे आसानी से जुड सकती है। अंतरा लगवाने वाली महिलाओं के मन में कई तरह के सवाल होते है। जिसे वह किसी से भी पूछने पर हिचकिचाती है। ऐसे में  टोल फ्री नम्बर से बडी ही आसानी से अपने हर सवालों के जवाब घर बैठे ही ले सकती है। टोल फ्री डायल करने पर अंतरा से जुडी हर समस्या की उचित सलाह  परार्मशदाता से मिल सकती है।
 ऐसे  जुडे केयर लाइन से
अंतरा का पहला इंजेक्शन लगवाते ही लाभार्थी महिला को इस नम्बर पर 1800 103 3044 कॉल कर अपना नाम रजिस्टर्ड करवाना है ताकि उन्हें उसके बाद समय पर इन्जेक्शन सम्बन्धी परामर्श की सुविधा मिलती रहे।रजिस्टर्ड होने के बाद महिला को केयर लाइन से अगले इंजेक्शन की तारीख भी याद दिलायी जाती है।टोल फ्री नंबर पर दी गई सभी सूचनाएं गोपनीय रखी जाती है ।टोल फ्री नम्बर की सुविधा सुबह 8 से रात 9 बजे तक उपलब्ध है।
अंतरा महिलाओं के लिए सुरक्षित विकल्प
उन्होंने बताया अंतरा इंजेक्शन अनचाहे गर्भ को रोकने के लिए एक सुरक्षित अस्थायी गर्भनिरोधक विकल्पों में से एक हैं । तीन माह त्रैमासिक के अंतराल में लगने वाला यह इंजेक्शन एक बार लगवाने पर तीन माह तक अनचाहे गर्भ से छुटकारा देता हैं। अंतरा इंजेक्शन जिला महिला चिकित्सालयों, सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों व उप.केन्द्रों पर लगाया जाता है और यह पूरी तरह से निशुल्क है।
पहली डो लेने पर इन बातो का रखे ख्याल .
. उचित स्क्रीनिंग हो जाने पर गर्भनिरोधक इंजेक्शन को किसी भी समय चुना जा सकता है पर पहली डो? लेने पर इन बातो का ख्याल रखना चाहिए।
. नियमित मासिक धर्म के बाद कभी भी
. प्रसव के 6 सप्ताह के बाद
गर्भपात के तुरंत बाद
इंजेक्शन लगाने के बाद इन बातों को न करें नजरंदाज.
. जहाँ इंजेक्शन लगा वो उस जगह मालिश न करें
. इंजेक्शन की जगह पर गर्म सिंकाई न करें
. इंजेक्शन लगने के बाद 5.10 मिनट के लिए अस्पताल में ही रुके
इन मिथकों पर न दे ध्यान दृ
. इसके इस्तेमाल से बांझपन का खतरा रहता है।
. ब्लड प्रेशर में परिवर्तन होने का खतरा रहता है।
.इससे स्तनए गर्भाशयए लीवर कैंसर का खतरा रहता है।
. फ्रैक्चर का खतरा बना रहता है।
 ८५७७ महिलाओं ने लगवाया अंतरा इंजेक्शन
 डा पूजा शर्मा ने बताया एक अप्रैल से २० दिसम्बर तक जिले में  ३२८४ महिलाओ ने नसबंदी करवायी। जबकि २७३ पुरूष ने नसबंदी करायी। ८५७७महिलाओं ने अंतरा इंजेक्शन लगवाया। ७३२५ महिलाओं ने छाया का प्रयोग किया। ७८८३ महिलाओं ने आईयूसीडी व ३२७७ महिलाओं ने पीपीआईयूसीडी करवायी । जागरूकता के कारण महिलाओं में नसबंदी कराने के लिये जागरूकता बढी है।


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