बीआईटी कॉलेज को सेनेटाइज किया गया। बीआईटी में क्वारन्टीन किये गए तीन लोगों की रिपोर्ट आई थी पोजेटिव *नईम चौधरी-* *मुज़फ्फरनगर* कोरोना के चलते प्रशासन द्वारा क्वारन्टीन सेन्टर बनाये गए मीरापुर के बीआईटी कॉलेज में क्वारन्टीन किये गए तीन लोगो की रिपोर्ट कोरोना पोजेटिव आने के बाद जिला प्रशासन द्वारा पूरे बीआईटी कॉलेज को सेनेटाइज कराया गया। मीरापुर क्षेत्र के भगवंत ग्रुप के बीआईटी कॉलेज को कोरोना के चलते प्रशासन ने क्वारन्टीन सेन्टर बनाया था जहाँ अन्य जनपदों व राज्यों से आए लोगो को आइसुलेशन में रखा गया था।कई दिन पूर्व हंगामा होने पर आइसुलेट किये गए अधिकांश लोगों को केन्द्रीय राज्य मंत्री संजीव बालियान के हस्तक्षेप के बाद प्रशासन ने उनके घर भेजकर वही क्वारन्टीन कर दिया था।यहाँ केवल दिल्ली से आये लोगो को क्वारन्टीन किया गया था।यहाँ 67 लोगो को क्वारन्टीन किये गए है।जिनकी थर्मल स्कैनिंग के बाद उनमें से 16 लोगों जाँच सैम्पल मेरठ मैडिकल गए थे जहाँ उनमें से तीन लोगों की कोरोना रिपोर्ट जाँच में पोजेटिव आई थी।जिसके बाद जनपद के नाम भी कोरोना पोजेटिव की सूची में जुड़ गया था तथा पूरे जनपद में हड़कम्प मच गया था।जिसके बाद पुलिस ने पुरकाजी व शेरनगर के उन स्थानों को पूर्णतया सील कर दिया जहाँ ये गए थे।साथ ही उन स्थानों को सेनेटाइज किया गया है।साथ ही प्रशासन ने शनिवार को मीरापुर में क्वारन्टीन सेन्टर बनाए गए बीआईटी कॉलेज को भी पूरी तरह सेनेटाइज कराया।यहाँ पर सभी कमरों के साथ साथ पीएसी व अन्य फोर्स की गाड़ियों को भी सेनेटाइज किया गया। साथ ही यहाँ तैनात पुलिसकर्मियों, स्वास्थ्य कर्मियों व अन्य कर्मियों को अपना भी विशेष ध्यान रखने की हिदायत दी गई है। *दुपहिया वाहन प्रतिबंधित होने के बावजूद पूरे दिन क्षेत्र में दिखाई देते है दुपहिया वाहनों पर सवार लोग।* *नईम चौधरी* *जानसठ/मीरापुर* जैसे जैसे लॉक डाउन का समय बढ़ रहा है वैसे ही तहसील जानसठ के क्षेत्र में लॉक डाउन का असर खत्म होता नजर आने लगा है।पूरे दिन सड़को पर दुपहिया वाहनों की आवाजाही रहती है।वही सुबह 6 से 9 बजे तक किराना व मेडिकल के अलावा भी अनेको दुकानें खुली रहती है। प्रधानमंत्री द्वारा घोषित लॉक डाउन को लागू कराने में पुलिस भले ही भरसक प्रयास कर रही हो किन्तु जनता लगातार मुकदमे दर्ज होने के बावजूद भी मानने को तैयार नही है। लॉक डाउन का असर तहसील जानसठ में बहुत कम दिखाई पड़ रहा है।पुलिस प्रशासन लॉक डाउन का पालन कराने के लिए लगातार प्रयासरत है।जिसके चलते जिलाधिकारी व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक लगातार पूरे जनपद में लॉक डाउन का सख्ती से पालन कराने के निर्देश जारी कर रहे है।किन्तु इसके बावजूद कस्बा जानसठ ,कस्बा मीरापुर आस पास के गाँव मे ,लॉक डाउन का कोई खासा असर नजर नही आ रहा है।बाजार के कई दुकाने पूरे दिन खुली रखती है जिन्हें खुली देखने के बावजूद पुलिस भी नजरअंदाज कर देती है।इसके अलावा दुपहिया व चार पहिया वाहन जरूरतमंदों को छोड़कर पूर्णतः प्रतिबंधित होने के बावजूद भी सड़कों पर भारी मात्रा में घूमते रहते है। मास्क लगाना अनिवार्य होने के बावजूद भी भारी संख्या में लोग बिना मास्क के सड़को पर नज़र आते है।सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां तो प्रतिदिन उड़ती साफ दिखाई पड़ती है।लोग कोरोना के बढ़ते कहर के बावजूद गम्भीर नजर नही आ रहे है।

बीआईटी कॉलेज को सेनेटाइज किया गया। बीआईटी में क्वारन्टीन किये गए 5 लोगों की रिपोर्ट आई थी पोजेटिव


(नईम चौधरी)
मुज़फ्फरनगर।कोरोना के चलते प्रशासन द्वारा क्वारन्टीन सेन्टर बनाये गए मीरापुर के बीआईटी कॉलेज में क्वारन्टीन किये गए तीन लोगो  की रिपोर्ट कोरोना पोजेटिव आने के बाद जिला प्रशासन द्वारा पूरे बीआईटी कॉलेज को सेनेटाइज कराया गया।
मीरापुर क्षेत्र के भगवंत ग्रुप के बीआईटी कॉलेज को कोरोना के चलते प्रशासन ने क्वारन्टीन सेन्टर बनाया था जहाँ अन्य जनपदों व राज्यों से आए लोगो को आइसुलेशन में रखा गया था।कई दिन पूर्व हंगामा होने पर आइसुलेट किये गए अधिकांश लोगों को केन्द्रीय राज्य मंत्री संजीव बालियान के हस्तक्षेप के बाद प्रशासन ने उनके घर भेजकर वही क्वारन्टीन कर दिया था।यहाँ केवल दिल्ली से आये लोगो को क्वारन्टीन किया गया था।यहाँ 67 लोगो को क्वारन्टीन किये गए है।जिनकी थर्मल स्कैनिंग के बाद उनमें से 16 लोगों  जाँच सैम्पल मेरठ मैडिकल गए थे जहाँ उनमें से तीन लोगों की कोरोना रिपोर्ट जाँच में पोजेटिव आई थी।जिसके बाद जनपद के नाम भी कोरोना पोजेटिव की सूची में जुड़ गया था तथा पूरे जनपद में हड़कम्प मच गया था।जिसके बाद पुलिस ने पुरकाजी व शेरनगर के उन स्थानों को पूर्णतया सील कर दिया जहाँ ये  गए थे।साथ ही उन स्थानों को सेनेटाइज किया गया है।साथ ही प्रशासन ने शनिवार को मीरापुर में क्वारन्टीन सेन्टर बनाए गए बीआईटी कॉलेज को भी पूरी तरह सेनेटाइज कराया।यहाँ पर सभी कमरों के साथ साथ पीएसी व अन्य फोर्स की गाड़ियों को भी सेनेटाइज किया गया। साथ ही यहाँ तैनात पुलिसकर्मियों, स्वास्थ्य कर्मियों व अन्य कर्मियों को अपना भी विशेष ध्यान रखने की हिदायत दी गई है।



 दुपहिया वाहन प्रतिबंधित होने के बावजूद पूरे दिन क्षेत्र में दिखाई देते है दुपहिया वाहनों पर सवार लोग



जानसठ/मीरापुर।जैसे जैसे लॉक डाउन का समय बढ़ रहा है वैसे ही तहसील जानसठ के क्षेत्र में लॉक डाउन का असर खत्म होता नजर आने लगा है।पूरे दिन सड़को पर दुपहिया वाहनों की आवाजाही रहती है।वही सुबह 6 से 9 बजे तक किराना व मेडिकल के अलावा भी अनेको दुकानें खुली रहती है।
प्रधानमंत्री द्वारा घोषित लॉक डाउन को लागू कराने में पुलिस भले ही भरसक प्रयास कर रही हो किन्तु जनता लगातार मुकदमे दर्ज होने के बावजूद भी मानने को तैयार नही है। लॉक डाउन का असर तहसील जानसठ  में बहुत कम दिखाई पड़ रहा है।पुलिस प्रशासन लॉक डाउन का पालन कराने के लिए लगातार प्रयासरत है।जिसके चलते जिलाधिकारी व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक लगातार पूरे जनपद में लॉक डाउन का सख्ती से पालन कराने के निर्देश जारी कर रहे है।किन्तु इसके बावजूद कस्बा जानसठ ,कस्बा मीरापुर आस पास के गाँव मे ,लॉक डाउन का कोई खासा असर नजर नही आ रहा है।बाजार के कई दुकाने पूरे दिन खुली रखती है जिन्हें खुली देखने के बावजूद पुलिस भी  नजरअंदाज कर देती है।इसके अलावा दुपहिया व चार पहिया वाहन जरूरतमंदों को छोड़कर पूर्णतः प्रतिबंधित होने के बावजूद भी सड़कों पर भारी मात्रा में घूमते रहते है। मास्क लगाना अनिवार्य होने के बावजूद भी भारी संख्या में लोग बिना मास्क के सड़को पर नज़र आते है।सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां तो प्रतिदिन  उड़ती साफ दिखाई पड़ती है।लोग कोरोना के बढ़ते कहर के बावजूद गम्भीर नजर नही आ रहे है।


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