फैसले के बाद सड़कों पर उतरा पुलिस फोर्स, बाजारों की चहल पहल पर रहा असर
अयोध्या प्रकरण में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद पुलिस फोर्स अलर्ट रहा । जगह जगह पुलिस चेकिंग अभियान चलाया गया। वहीं धार्मिक स्थलों पर सुरक्षा का कड़ा पहरा है। पुलिस अधिकारी संवेदनशील क्षेत्रों में फ्लैग मार्च निकालते रहे।
अयोध्या प्रकरण में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने से पूर्व ही नगर कड़ी चौकसी में था। देहात क्षेत्रों में भी सुरक्षा के कड़े इंतजामात थे। सुबह 11 बजे जैसे ही फैसले का ऐलान हुआ। उपजिलाधिकारी अमित कुमार भारतीय सीओ पंकज कुमार सिंह सीओ उमेश्नाथ मिश्रा थाना प्रभारी उपेन्द्र कुमार मालिक तहसीलदार अवनीश कुमार त्यागी बीडीओ सुनित भाटी पुलिस और प्रशासनिक अमला सड़कों पर उतर आया। नगर वासियों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कोर्ट के निर्णय का सम्मान करने का अनुरोध अफसरों ने किया। यूं तो अयोध्या प्रकरण में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने को लेकर लोग पहले से बेताव थे। सबकी निगाहें फैसले पर टिकी हुई थी। शुक्रवार रात अचानक सुप्रीम कोर्ट ने जैसे ही यह ऐलान किया कि शनिवार सुबह साढ़े दस बजे पांच जजों की बेंच सीजेआई की अध्यक्षता में फैसला सुनाएगी। एकाएक पुलिस और प्रशासनिक अफसरों की धड़कनें बढ़ गई थी।रात में ही सभी तैयारियां कर ली गई थी । शनिवार सुबह आठ बजे से ही फोर्स सड़कों पर लगा दिया गया था। मिश्रित आबादी से लेकर नगर के मुख्य बाजार और चौराहों पर भी पुलिस की डयूटी लगाई गई थी। सुबह 11 बजे सुप्रीम कोर्ट न इधर फैसला सुनाया उधर अफसरों का मूवमेंट एकाएक बढ़ गया। हालांकि आम जनता की फैसले को लेकर कोई खास प्रतिक्रिया नहीं रही। बाजार सामान्य दिनों की तरह खुला हुआ था लेकिन भीड़भाड़ अन्य दिनों की अपेक्षा काफी कम थी। निर्णय आने के बाद सड़कों पर पुलिस के हूटर और सायरन बजाती गाड़ियां दौड़ने लगी। जहाँ अधिकारीयों के साथ पुलिस फ़ोर्स सड़कों पर रहा वहीँ नगर के गणमान्य लोग भी सड़कों पर रहे और लोगों को समझाते नजर आये। हालांकि पुलिस प्रशासन ने अब राहत की सांस ली है परंतु फिर भी थाना प्रभारी को उपेंद्र मलिक फोर्स के साथ असामाजिक तत्वों पर अपनी निगाह जमाए हुए हैं। पूर्व चेयरमेन निजाम अंसारी पूर्व चेयरमेन असद ग़ालिब सूर्यदेव त्यागी समर कुरैशी पंकज जैन वीरेंद्र चौधरी ललित गुप्ता शैलेन्द्र गुप्ता विनोद जैन राजीव जैन मलखान सैनी नीरज जैन आदि मुख्य रूप से शामिल रहे।
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