उर्दू टीचर एसोसिएशन अलीगढ़ के तत्वाधान में उर्दू शिक्षक सम्मेलन प्रदर्शनी के मुक्ताकाश मंच पर हुआ आयोजित
उर्दू टीचर एसोसिएशन अलीगढ़ के तत्वाधान में उर्दू शिक्षक सम्मेलन प्रदर्शनी के मुक्ताकाश मंच पर आयोजित हुआ। जिस के कन्वीनर कुंवर नसीम शाहिद रहें और संचालन डॉ मुजीब शहजर ने किया । इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्रीमती स कुल्हारी ने कहा कि उर्दू हिंदुस्तान की मुश्तरका तहजीब की जबान है जंगे आजादी और संप्रदायिक सौहार्द में उर्दू साहित्यकारों और शायरों ने बड़ा रोल अदा किया उन्होंने कहा कि भारत में जो त्यौहार मनाए जाते हैं वह भी सांप्रदायिक सौहार्द के प्रतीक हैं यहां मुस्लिम शायर राम के गुण गाते थे और हिंदू शहर पैगंबर की शान में नात कहते थे उन्होंने अफसोस जाहिर किया कि आज यह रिवायत कहां गुम हो गई हैं उन्होंने यहां मौजूद शिक्षकों से अपील की कि वह इस जिम्मेदारी को निभायें।अध्यक्षीय भाषण में एएमयू उर्दू विभाग के प्रोफेसर मौला बख्श ने कहा संप्रदायिक सौहार्द के बगैर हिंदुस्तान की कल्पना नहीं की जा सकती हमें ऐसे समाज और ऐसे लोगों को कंडम करना चाहिए जो समाज को बांटने का काम करते हैं और उर्दू को मुसलमानों हिंदी की हिंदुओं की भाषा कहते हैं। उन्होंने कहा कि उर्दू एक हवा की तरह है जो हर वक्त चलती है और अपनी खुशबू हर इंसान को पहुंचाती है । इस मौके पर कन्वीनर कुंवर नसीम शाहिद ने कहा कि हम उर्दू शिक्षकों की जिम्मेदारी बनती है कि उर्दू भाषा के विकास के लिए काम करें और स्कूल में पढ़ने वाले हर बच्चे को उर्दू सिखाएं आपकी जो समस्याएं हैं वह संगठन हल करता रहा है और आगे भी करता रहेगा । आप अपने संगठन को मजबूत बनाएं और किसी के बहकावे में न आएं।
विशिष्ट अतिथि डॉक्टर एस यू खान ने कुंवर नसीम शाहिद, कलीम त्यागी डॉक्टर मुजीब शहज़र और सभी संस्था के जिम्मेदारों को मुबारकबाद दी । इस मौके पर श्रीमती स्वास्ति राव कुल्हरी, प्रो मौला बख्श, एस यू खान, बशीर अहमद, प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष कौशलेंद्र व मंत्रीमुकेश कुमार को प्रतीक चिन्ह एवं शॉल ओढ़ाकर उनका स्वागत किया गया ।
प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष श्री कौशलेंद्र मंत्री, मुकेश कुमार ने मंच से कहा कि उर्दू शिक्षकों ने हमेशा हमारा सहयोग किया है। हम वादा करते हैं कि उर्दू शिक्षकों को पूरा पूरा सम्मान दिया जाएगा और उनकी समस्याओं को हल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि दलालों से सावधान रहें।
सहायक कन्वीनर कलीम त्यागी ने सभी शिक्षकों का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि उर्दू राज्य की द्वितीय राजभाषा है जिसके इस्तेमाल का पूरा-पूरा हक कानून ने हमें दिया है लिहाजा सरकारी दफ्तरों में उर्दू का प्रयोग करें अपने बच्चों को उर्दू भाषा सिखाए और घर में उर्दू का माहौल पैदा करें।
डॉक्टर मुजीब शहज़र ने कहा कि जिस तरह हिंदी हमारी राष्ट्रीय भाषा है उसी तरह उर्दू हमारी मादरी जबान है दोनों का सम्मान करना और अपना उनकी हिफाजत करना हमारी सबकी जिम्मेदारी बनती है।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के हाथों आदर्श अध्यापकों समाजसेवियों एवं उर्दू शायरों व को अवार्ड से सम्मानित किया गया और होनहार छात्र-छात्राओं को प्रतीक चिन्ह देकर उनकी हौसला अफजाई की गई।
प्रोग्राम का शुभ आरंभ कुरान की तिलावत और नाते पाक से हुआ।इस मौके पर सईदा खातून,खलीकुल इस्लाम, जुनैद सिद्दीकी, तनवीर अहमद, अब्दुल कदीर, अफजाल अहमद, हमीद हसन, नवाजिश अकबर, राहुल गौतम, ताहिरा प्रवीण डॉ वाजिद,नदीम अहमद, शफीक उर रहमान, गुलाम रब्बानी खूबचंद राठौर आदि सैकड़ों की संख्या में शिक्षकों ने प्रतिभाग कियाl