DM ऑफिस पर बेसिक शिक्षकों ने दिया धरना, TET अनिवार्यता से छूट की मांग
मुज़फ्फरनगर। उत्तर प्रदेश जूनियर हाई स्कूल शिक्षक संघ और प्राथमिक शिक्षक संघ ने सोमवार को एकजुट होकर जिलाधिकारी कार्यालय पर जोरदार धरना-प्रदर्शन किया। शिक्षकों ने टीईटी परीक्षा की अनिवार्यता के विरोध में ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट का आदेश वास्तविकता से परे है। वर्षों से सेवा दे रहे शिक्षकों की योग्यता और अनुभव पर सवाल खड़ा करना न केवल अन्यायपूर्ण है, बल्कि अपमानजनक भी है।
शिक्षकों का कहना था कि हम किसी परीक्षा के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन अनुचित नियमों के खिलाफ आवाज उठाना हमारा अधिकार है। पहले से कार्यरत शिक्षकों को इस आदेश से मुक्त किया जाए, सेवा व अनुभव को मान्यता दी जाए और टीईटी परीक्षा केवल नए अभ्यर्थियों के लिए अनिवार्य की जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि आवाज अनसुनी की गई तो आंदोलन और व्यापक होगा।प्रदर्शन में जिले के सभी ब्लॉकों से शिक्षक-शिक्षिकाएं शामिल हुए।
उच्च प्राथमिक शिक्षक संघ से प्रमुख रूप से संजीव बालियान, राजन वशिष्ठ, वंदना बालियान, अक्षय कुमार, अजय, संजय, आदेश शर्मा, मोहत सिंह, राजीव, शर्मिल, आशु, कपिल वर्मा, रजिता, दीपा राठी, मीनू राठी, ममता चौहान, स्वाति अग्रवाल, अंजु वर्मा, शैली छाबड़ा, अलका त्यागी आदि मौजूद रहे।
वहीं प्राथमिक शिक्षक संघ से सुदेश कुमार, अमित कौशिक, कपिल चौधरी, रीतू पंवार, हरेंद्र बालियान, राहुल कुमार, प्रवेश कुमार, राहुल पुंडीर, सुबोध कुमार, निकास बालियान, अमरीश कुमार, बिजेंद्र, तपन कुमार, शहजाद अली, धर्मेन्द्र, अली नवाज, शगुन मित्तल, बबीता बालियान, आकांक्षा, शिव कुमार शर्मा, बालेन्द्र कुमार, आशीष कुमार, कपिल तोमर, फरूख हसन समेत बड़ी संख्या में शिक्षक उपस्थित रहे।
📌 शिक्षकों ने साफ कहा कि यह लड़ाई किसी व्यक्ति या संस्था के खिलाफ नहीं, बल्कि अन्यायपूर्ण व्यवस्था के खिलाफ है।