टीबी मरीजों को अब घर के पास मिलेगी जांच व इलाज की सुविधा
मुजफ्फरनगर।पुनरीक्षित राष्ट्रीय क्षय रोग नियंत्रण कार्यक्रम (आरएनटीसीपी) के तहत मेडिकल मोबाइल वैन शासन द्वारा भेजी गई है। मंगलवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. पीएस मिश्रा ने हरी झंडी दिखाकर इसे रवाना किया। यह वैन लोगों के घर के नजदीक पहुंच कर उन्हें टीबी जांच की सुविधा व इलाज उपलब्ध कराएगी। वैन में लगी मशीनों से जांच रिपोर्ट भी दो घंटे में मिल जाएगी।
जिला क्षय रोग अधिकारी डा. लोकेश कुमार गुप्ता ने बताया पहले जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों में वैन को भेजा जाएगा। जो मरीज अस्पताल तक पहुंच पाने में सक्षम नहीं हैं अथवा टीबी जांच नहीं कराना चाहते हैं, उनको ढूंढने का काम ये मोबाइल वैन करेगी। टीबी मरीजों को खोजने के लिए समय-समय पर एक्टिव केस फाइंडिग (एसीएफ) अभियान चलाया जाता है। इस अभियान के तहत उत्तर प्रदेश स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की ओर से सभी जनपदों में मेडिकल मोबाइल वैन भेजकर टीबी रोगियों को खोजने का काम किया जा रहा है। इस वैन के माध्यम से मलिन बस्ती के लोगों, ईंट-भट्ठों पर काम करने वाले श्रमिकों या बेघर लोगों को चिकित्सीय एवं स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ दिया जाएगा। मोबाइल वैन नगरीय इलाकों, प्रत्येक ब्लॉकों में पहुंचकर वहां जरूरत मंदों का स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें मुफ्त में दवा भी उपलब्ध कराएगी।
जिला क्षय रोग अधिकारी ने कहा यदि किसी परिवार में पहले से कोई टीबी का मरीज है तो उस परिवार के अन्य सदस्यों को टीबी होने का खतरा काफी बढ़ जाता है, इसलिए टीबी के सभी मरीजों के परिवारों की स्क्रीनिंग जरूरी है। उन्होंने बताया जनपद के सभी टीबी मरीजों को बेहतर पोषण के लिए इलाज के दौरान सरकार की ओर से हर माह 500 रूपए का भुगतान किया जाता है।
वैन में मिलेगी यह सुविधा
मेडिकल मोबाइल वैन में सीबीनाट मशीन के साथ ही कंप्यूटर सिस्टम लगा हुआ है। मशीन में चार जांच एक साथ होने की सुविधा है। दो घंटे के अंदर रिपोर्ट मरीज को दी जाएगी। वैन में बलगम, रीढ़ की हड्डी, फेफड़ों के पानी, शरीर में गांठ के पानी, दिल के चारों तरफ के पानी की भी जांच की सुविधा है।